11-Feb-2025
विश्व यूनानी दिवस 2025
विविध
चर्चा में क्यों?
विश्व यूनानी दिवस 2025 हकीम अजमल खान की जयंती के उपलक्ष्य में 11 फरवरी को मनाया जाता है।
- पहली बार मनाया गया: इसे पहली बार वर्ष 2017 में मनाया गया था।
- 11 फरवरी क्यों? यह तिथि हकीम अजमल खान (1868-1927) की जयंती है, जो एक प्रसिद्ध यूनानी चिकित्सक, विद्वान, स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे।
- विषय: अभिनव स्वास्थ्य समाधान के लिये यूनानी चिकित्सा में नवाचार - आगे की राह।
- उद्देश्य: इसका उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य में यूनानी चिकित्सा के महत्त्व तथा समग्र उपचार और कल्याण में इसकी भूमिका को बढ़ावा देना और उज़ागर करना है।
- महत्त्व: यह दिन प्राकृतिक उपचारों के माध्यम से विभिन्न बीमारियों के उपचार में यूनानी चिकित्सा पद्धति की क्षमता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये मनाया जाता है। यह अनुसंधान, नवाचार और आधुनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों में यूनानी पद्धतियों के एकीकरण को भी प्रोत्साहित करता है।
- हकीम अजमल खान की विरासत: उन्होंने मेडिकल कॉलेजों, अनुसंधान केंद्रों और जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और तिब्बिया कॉलेज जैसे संगठनों की स्थापना के माध्यम से यूनानी चिकित्सा को आधुनिक और संस्थागत बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- सरकारी मान्यता: भारत सरकार ने यूनानी चिकित्सा और आयुष (आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी) प्रणाली में इसकी भूमिका को बढ़ावा देने के लिये इस दिन को औपचारिक रूप से मान्यता दी, जिसका उद्देश्य आधुनिक स्वास्थ्य देखभाल में इसके उपयोग को संरक्षित और विस्तारित करना है।