विश्व शौचालय दिवस 2024: स्वच्छता के माध्यम द्वारा गरिमा एवं स्वास्थ्य सुनिश्चित करना

विविध


 19-Nov-2024
  • यह प्रतिवर्ष 19 नवंबर को मनाया जाता है।  
  • वर्ष 2013 से यह संयुक्त राष्ट्र का आधिकारिक दिवस है।  
  • यह दिन सतत् विकास लक्ष्य 6: 2030 तक सभी के लिये जल और स्वच्छता सुनिश्चित करने के भाग के रूप में सुरक्षित और सुलभ शौचालय सुविधाओं के महत्त्व पर ज़ोर देने के लिये समर्पित है।  
  • उद्देश्य: स्वच्छता संबंधी तात्कालिक संकट से निपटने के लिये वैश्विक जागरूकता और कार्रवाई बढ़ाना।  
  • थीम 2024: 'Toilets- A Place for Peace अर्थात् शौचालय- शांति का स्थान'  

स्वच्छ भारत मिशन (SBM)  

  • लॉन्च: 2 अक्तूबर, 2014  
  • उद्देश्य: खुले में शौच को समाप्त करना तथा पूरे भारत में स्वच्छता बुनियादी ढाँचे में सुधार करना।  
  • इसके दो घटक हैं:  
  • SBM-ग्रामीण (ग्रामीण फोकस):  
    • घरेलू शौचालय: 11.73 करोड़ से अधिक निर्मित।  
    • ODF प्लस गाँव: 5.57 लाख से अधिक लक्ष्य प्राप्त किये गए।  
    • स्वास्थ्य प्रभाव: विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार 2014 की तुलना में 2019 तक दस्त से होने वाली मौतों में 300,000 की कमी आएगी।  
    • आर्थिक लाभ: खुले में शौच से मुक्त गाँवों में प्रति परिवार स्वास्थ्य देखभाल लागत पर प्रतिवर्ष 50,000 रुपए की बचत होती है।  
  • SBM-शहरी (शहरी फोकस):  
    • घरेलू शौचालय: 63.63 लाख निर्मित।  
    • सामुदायिक/सार्वजनिक शौचालय: 6.36 लाख से अधिक स्थापित।  
    • ODF स्थिति या स्तर:  
      • 4,576 शहर खुले में शौच से मुक्त घोषित किये गये।  
      • कई लोग ODF+ और ODF++ स्तर तक आगे बढ़ गए।  
  • सामाजिक प्रभाव:  
    • महिला सुरक्षा एवं सम्मान:  
    • खुले में शौच से मुक्त क्षेत्रों में 93% महिलाओं ने सुरक्षा और सम्मान में वृद्धि की बात कही है।  
    • सामुदायिक सशक्तीकरण: गौरव और सामूहिक स्वामित्व की भावना को बढ़ावा देता है।  
  • वैश्विक लक्ष्यों के साथ संरेखण:  
    • विश्व शौचालय दिवस: स्वच्छ भारत मिशन वैश्विक स्वच्छता जागरूकता के सिद्धांतों को प्रतिबिंबित करता है।  
    • सतत् विकास लक्ष्य (SDG) 6: सभी के लिये जल और स्वच्छता की उपलब्धता और सतत् प्रबंधन सुनिश्चित करने के साथ प्रत्यक्ष रूप से संबंधित है।