विश्व का पहला लकड़ी का उपग्रह, लिग्नोसैट
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
07-Nov-2024
चर्चा में क्यों?
विश्व का पहला लकड़ी का उपग्रह लिग्नोसैट, 5 नवंबर, 2024 को फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स रॉकेट पर लॉन्च किया गया था, जिसमें जापान की क्योटो विश्वविद्यालय और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) इस परियोजना की देखरेख कर रही थी। सुमितोमो फॉरेस्ट्री के सहयोग से क्योटो विश्वविद्यालय द्वारा विकसित इस उपग्रह का उद्देश्य भविष्य के अंतरिक्ष आवास और संरचनाओं के लिये सामग्री के रूप में लकड़ी की क्षमता का पता लगाना है।
उपग्रह के बारे में
- इस परियोजना का नेतृत्व क्योटो विश्वविद्यालय और जापान की अंतरिक्ष एजेंसी JAXA ने किया।
- इसका उद्देश्य अंतरिक्ष में लकड़ी के स्थायित्व का परीक्षण करना है, जिसका अंतिम लक्ष्य उपग्रह निर्माण में धातु के पर्यावरण अनुकूल विकल्प के रूप में लकड़ी की खोज करके अंतरिक्ष में अपशिष्ट को कम करना है।
- अपनी लचीलापन के लिये जानी जाने वाली मैगनोलिया लकड़ी से निर्मित इसके पैनल पारंपरिक जापानी तकनीक का उपयोग करके बिना किसी पेंच या गोंद के तैयार किये गए हैं, जिससे यह हल्का और जैवनिम्नीकरणीय है।
- पुनः प्रवेश करने पर लकड़ी का ढाँचा पूरी तरह जल जाएगा तथा अपशिष्ट नष्ट हो जाएगा।
- यह छह महीने तक पृथ्वी की परिक्रमा करेगा तथा ब्रह्मांडीय विकिरण, उच्च तापमान परिवर्तन और सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण को सहन करेगा।
- 10 सेमी के छोटे आकार और मात्र 900 ग्राम वजन के साथ, इसका अद्वितीय जैवनिम्नीकरणीय डिजाइन पर्यावरणीय प्रभाव को न्यूनतम करता है।