विश्व युद्ध अनाथ दिवस 2025
विविध
07-Jan-2025
चर्चा में क्यों?
युद्ध और हिंसा के कारण अनाथ हुए बच्चों के संघर्षों को उज़ागर करने के लिये प्रतिवर्ष 6 जनवरी को विश्व युद्ध अनाथ दिवस मनाया जाता है।
विश्व युद्ध अनाथ दिवस 2025 के बारे में
- तिथि: प्रतिवर्ष 6 जनवरी को मनाया जाता है।
- उद्देश्य: युद्ध और हिंसा के कारण अनाथ हुए बच्चों के संघर्षों के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा उनके कल्याण के लिये वैश्विक कार्यवाही की आवश्यकता पर बल देना।
2025 के लिये फोकस
- युद्ध, विस्थापन और गरीबी से प्रभावित बच्चों की चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया है, साथ ही जलवायु परिवर्तन के अतिरिक्त प्रभाव पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।
- इन बच्चों के लिये देखभाल, शिक्षा और सुरक्षा तक पहुँच सुनिश्चित करता है।
कठोर वास्तविकताओं का सामना
- परिवार का नुकसान: अनाथ बच्चों को भावनात्मक और वित्तीय सहायता पाने में संघर्ष करना पड़ता है।
- बुनियादी आवश्यकताओं का अभाव: भोजन, जल और आश्रय जैसी आवश्यक चीजों से वंचित होना।
- मनोवैज्ञानिक प्रभाव: PTSD और आघात से पीड़ित होना।
- शिक्षा में बाधाएँ: बहुत से बच्चे स्कूल नहीं जा पाते, जिससे गरीबी बनी रहती है।
इतिहास
- युद्ध से प्रभावित बच्चों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये SOS एनफैंट्स एन डेट्रेस द्वारा शुरू किया गया ।
- 1945 के बाद युद्ध में अनाथ हुए बच्चों की सुरक्षा और पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित करने के लिये वैश्विक मान्यता प्राप्त हुई ।
2025 के लिये थीम
- वर्ष 2025 के लिये थीम अभी तक घोषित नहीं की गई है, लेकिन पिछले वर्ष की थीम, "अनाथों का जीवन मायने रखता है" ने युद्ध में अनाथ हुए बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने के विश्वव्यापी कर्तव्य पर ज़ोर दिया था। इस वर्ष के आयोजन में ऐसी ही महत्त्वपूर्ण चिंताओं को संबोधित करने की उम्मीद है।
महत्व
- युद्ध में अनाथ हुए बच्चों के सामने आने वाली शारीरिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया है।
- मानवीय सहायता, शिक्षा और सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराने के लिये वैश्विक कार्यवाही की वकालत करना।
- संघर्ष क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन के जटिल प्रभावों पर विचार किया गया।