चर्चा में क्यों?
चेन्नई के 18 वर्षीय प्रतिभाशाली खिलाड़ी गुकेश ने 12 दिसंबर, 2024 को चीन के डिंग लिरेन को पराजित करके सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। गुकेश, अपने गुरु विश्वनाथन आनंद और डिंग के बाद, यह खिताब जीतने वाले तीसरे एशियाई खिलाड़ी हैं। उनकी यह विजय 14 खेलों के कठिन मुकाबले के बाद प्राप्त हुई, जिससे वे शतरंज के इतिहास में 18वें विश्व चैंपियन बने।
विश्व शतरंज चैंपियनशिप:
- यह सबसे पुरानी प्रतिस्पर्द्धी खेल प्रतियोगिताओं में से एक है।
- स्थापना: 1886
- आवृत्ति: द्विवार्षिक रूप से (प्रत्येक दो वर्ष में) आयोजित किया जाता है।
- वर्ष 2024 स्थान: सेंटोसा द्वीप, सिंगापुर।
- महत्त्व: यह विश्व के शीर्ष शतरंज खिलाड़ियों में से एक का चयन करता है; इसके इतिहास में केवल 18 चैंपियन इस सम्मान को प्राप्त कर चुके हैं।
- पात्रता मापदंड:
- खिलाड़ी कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के माध्यम से अर्हता प्राप्त करते हैं।
- मौजूदा चैंपियन को स्वतः ही फाइनल में स्थान मिल जाता है।
- कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में प्रमुख वैश्विक शतरंज प्रतियोगिताओं के शीर्ष खिलाड़ी भाग लेते हैं।
- उल्लेखनीय प्रथम: वर्ष 2024 का मुकाबला दो एशियाई खिलाड़ियों के बीच पहली बार हुआ, जो एशिया में शतरंज के विकास को प्रदर्शित करता है।
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