UP सरकार ने प्रयागराज के महाकुंभ क्षेत्र को नया ज़िला घोषित किया
इतिहास
02-Dec-2024
चर्चा में क्यों?
एक महत्त्वपूर्ण प्रशासनिक निर्णय में, उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में महाकुंभ क्षेत्र को एक नया ज़िला घोषित किया है, जिसका नाम महाकुंभ मेला रखा गया है। इस कदम का उद्देश्य आगामी महाकुंभ का बेहतर प्रबंधन और सुव्यवस्थित प्रशासन सुनिश्चित करना है, जो हर 12 साल में आयोजित होने वाला विश्व स्तर पर प्रसिद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है।
महाकुंभ मेला ज़िला:
- निर्माण का उद्देश्य
- महाकुंभ मेले के दौरान कुशल संगठन और प्रशासन की सुविधा प्रदान करना।
- माघ मेला 2024 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा घोषणा की गई।
- आगामी महाकुंभ 2025
- कार्यक्रम: 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक
- स्थान: प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
- महत्त्व: महाकुंभ से वैश्विक स्तर पर भारतीय सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा मिलने तथा लाखों तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के आकर्षित होने की आशा है।
- वैश्विक प्रभाव
- UNESCO द्वारा अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता प्राप्त महाकुंभ मेला, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में उत्तर प्रदेश की स्थिति को सुदृढ़ करेगा।
- नवगठित ज़िला भारत में बड़े पैमाने पर होने वाले कार्यक्रमों के निर्बाध क्रियान्वयन के लिये एक मॉडल के रूप में कार्य करेगा।
उत्तर प्रदेश:
- गठन और ऐतिहासिक महत्त्व
- गठन तिथि: 24 जनवरी 1950, संयुक्त प्रांत से नाम बदलकर यह राज्य बना।
- राजधानी: लखनऊ; न्यायिक राजधानी इलाहाबाद (प्रयागराज) है।
- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: उत्तर प्रदेश (UP) ने सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन तक भारत के इतिहास में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- भूगोल
- सीमाएँ: उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और नेपाल के साथ सीमाएँ साझा करती हैं।
- नदियाँ: गंगा, यमुना और घाघरा प्रमुख नदियाँ हैं।
- जलवायु: उष्ण ग्रीष्मकाल, मानसूनी वर्षा और शीत सर्दियाँ के मिश्रण वाली उपोष्णकटिबंधीय जलवायु।
- जनसांख्यिकी
- जनसंख्या: जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य, भारत की कुल जनसंख्या का 16% से अधिक योगदान देता है।
- भाषाएँ: मुख्यतः हिंदी और उर्दू।
- धर्म: यह देश अपनी धार्मिक विविधता के लिये जाना जाता है, जिसमें हिंदू और इस्लाम प्रमुख धर्म हैं।
- अर्थव्यवस्था
- कृषि: प्रमुख फसलों में गेहूँ, गन्ना, चावल और दालें शामिल हैं, जो उत्तर प्रदेश को भारत का कृषि महाशक्ति बनाते हैं।
- उद्योग: आईटी, वस्त्र, चमड़ा और हस्तशिल्प अर्थव्यवस्था का महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं।
- पर्यटन: ताजमहल , वाराणसी और प्रयागराज जैसे स्थलों के साथ सांस्कृतिक पर्यटन का केंद्र।
- सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत
- तीर्थ स्थल: वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज, मथुरा और वृंदावन।
- त्यौहार: होली, दिवाली, नवरात्रि और कुंभ मेला भव्यता के साथ मनाया जाता है।
- कला और संस्कृति: कथक नृत्य, चिकनकारी कढ़ाई और अवधी व्यंजनों के लिये जाना जाता है।
- संरक्षित क्षेत्र और जैव विविधता
- उल्लेखनीय पार्कों में दुधवा राष्ट्रीय उद्यान, कैमूर वन्यजीव अभयारण्य और सोहागी बरवा वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं।
- बाघ, हाथी और प्रवासी पक्षियों जैसी प्रजातियों के साथ समृद्ध जैव विविधता।
- शासन
- राजनीतिक प्रभाव: उत्तर प्रदेश भारतीय राजनीति में सबसे अधिक लोकसभा (80) और राज्यसभा (31) सीटों के साथ महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- मुख्यमंत्री: योगी आदित्यनाथ।
- राज्यपाल: आनंदीबेन पटेल (नवीनतम अपडेट के अनुसार)।
- बुनियादी ढाँचा और विकास
- परिवहन: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे जैसे एक्सप्रेसवे के हालिया विकास के साथ हवाई, सड़क और रेल द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
- शहरी विकास: लखनऊ और कानपुर जैसे स्मार्ट शहर भारत की शहरी परिवर्तन पहल का हिस्सा हैं।