संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने वैश्विक पीटलैंड हॉटस्पॉट एटलस, 2024 का विमोचन किया
पर्यावरण और पारिस्थितिकी
27-Nov-2024
चर्चा में क्यों?
नव प्रकाशित ग्लोबल पीटलैंड हॉटस्पॉट एटलस पहले के कार्यों पर आधारित है, जिसमें ग्लोबल पीटलैंड्स असेसमेंट (वर्ष 2022) और अपडेटेड ग्लोबल पीटलैंड मैप 2.0 शामिल हैं, जो UNEP की ग्लोबल पीटलैंड्स पहल की दोनों प्रमुख पहलें हैं, जिसे वर्ष 2016 में मोरक्को के माराकेस में UNFCCC COP के दौरान स्थापित किया गया था ।
पीटलैंड्स:
- ये वे आर्द्रभूमियाँ (Wetlands) हैं जहाँ जलभराव की स्थिति के कारण पौधों के पदार्थों का पूर्ण अपघटन अवरुद्ध हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप पीट का धीरे-धीरे संचय होता है, जो आंशिक रूप से अपघटित पौधों का पदार्थ होता है।
- वैश्विक कवरेज: पीटलैंड पृथ्वी की भूमि सतह के 3.8% हिस्से पर विस्तृत हैं, जिनमें महत्त्वपूर्ण क्षेत्र निम्नलिखित हैं:
- यूरोप के प्राकृतिक रूप से वनाच्छादित पीटलैंड
- दक्षिण पूर्व एशिया में उष्णकटिबंधीय पीट दलदल
- रूस और कनाडा में पर्माफ्रॉस्ट क्षेत्र
- एंडीज़ और हिमालय में उच्च ऊँचाई वाले पीटलैंड
- कांगो बेसिन, विश्व के सबसे बड़े उष्णकटिबंधीय पीटलैंड का स्थान
- निम्नीकरण:
- वैश्विक पीटलैंड का लगभग 12% क्षरित हो चुका है तथा भारतीय पीटलैंड का 60% से अधिक भाग प्रभावित है।
- प्रमुख खतरों में कृषि, औद्योगिक गतिविधि, पीट निष्कर्षण और बुनियादी ढाँचे का विकास शामिल है, जो वैश्विक मानवजनित उत्सर्जन में 4% का योगदान देता है ।
- प्रमुख पहल: उल्लेखनीय कार्यों में पीटलैंड पर वैश्विक कार्रवाई के लिये दिशा-निर्देश (2002) और पीटलैंड संरक्षण और सतत् प्रबंधन पर केंद्रित UNEA-4 संकल्प (2019) शामिल हैं।
पीटलैंड का महत्त्व |