मालाबार का समुद्री चरण 2024

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी


 16-Oct-2024

चर्चा में क्यों?  

अभ्यास मालाबार 2024 का समुद्री चरण 14 अक्तूबर 2024 को विशाखापत्तनम के तट पर शुरू हुआ जिसमें ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के युद्धपोत, हेलीकॉप्टर और विमान भाग ले रहे हैं। ये उन्नत समुद्री अभ्यास सतह, उप-सतह और हवाई युद्ध, सहयोग और परिचालन तालमेल बढ़ाने पर केंद्रित हैं। यह चरण हिंद-प्रशांत सुरक्षा को मज़बूत करता है और 18 अक्तूबर 2024 को समाप्त होगा। 

मालाबार अभ्यास के बारे में 

  • प्रारंभ: वर्ष 1992 में द्विपक्षीय भारत-अमेरिका नौसैनिक अभ्यास के रूप में। 
  • वर्तमान प्रतिभागी: भारत, अमेरिका, जापान (2015 से), ऑस्ट्रेलिया (2020 से)। 
  • फोकस: समुद्री सुरक्षा, सतह, उप-सतह और हवाई युद्ध में अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना। 
  • चरण: बंदरगाह चरण (योजना, ब्रीफिंग) और समुद्री चरण (युद्ध अभ्यास)। 
  • महत्त्व: क्वाड राष्ट्रों के बीच रक्षा संबंधों को मज़बूत करना हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है। 
  • 2024 फोकस: उन्नत युद्ध संचालन और क्षेत्रीय स्थिरता।

  

क्वाड (चतुर्भुज सुरक्षा संवाद) 

  • यह भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक रणनीतिक वार्ता और कूटनीतिक ढाँचा है। 
  • इसमें सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने  सहित व्यापक क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की गई है। 
  • इसमें जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य सुरक्षा, महत्त्वपूर्ण प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढाँचे के विकास और आतंकवाद का मुकाबला करने सहित विभिन्न मुद्दों को शामिल किया गया है। इसमें गैर-सैन्य सहयोग पर भी ज़ोर दिया गया है। 
  • इसे क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव के प्रति एक रणनीतिक प्रतिसंतुलन के रूप में देखा जा रहा है। 
  • यह नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देता है । 
  • यद्यपि यह कोई औपचारिक सैन्य गठबंधन नहीं है, फिर भी इसका ध्यान क्षेत्रीय स्थिरता और साझेदारी पर है। 
  • मालाबार अभ्यास क्वाड राष्ट्रों के बीच एक महत्त्वपूर्ण रक्षा सहयोग गतिविधि बन गया है, लेकिन यह आधिकारिक तौर पर क्वाड अभ्यास नहीं है।