संजय - युद्धक्षेत्र निगरानी प्रणाली

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी


 27-Jan-2025

चर्चा में क्यों?  

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में साउथ ब्लॉक, नई दिल्ली से 'संजय - युद्धक्षेत्र निगरानी प्रणाली (BSS)' का शुभारंभ किया।  

संजय - युद्धक्षेत्र निगरानी प्रणाली (BSS)  

अवलोकन  

  • एक स्वचालित प्रणाली जो सुरक्षित नेटवर्क पर एक सामान्य निगरानी चित्र बनाने के लिये जमीनी और हवाई सेंसरों को एकीकृत करती है ।  

प्रमुख विशेषताएँ  

  • उन्नत सेंसर और एनालिटिक्स: सीमाओं की निगरानी करता है, घुसपैठ को रोकता है, और स्थितिजन्य जागरूकता को बढ़ाता है।  
  • नेटवर्क-केंद्रित: पारंपरिक और उप-पारंपरिक परिचालनों के लिये वास्तविक समय इनपुट प्रदान करता है।  
  • स्वदेशी विकास: भारतीय सेना और BEL द्वारा संयुक्त रूप से विकसित, 'आत्मनिर्भरता' का समर्थन।  
  • चरणबद्ध प्रेरण: तीन चरणों में ब्रिगेड, डिवीजनों और कोर में तैनाती (मार्च-अक्तूबर 2025)।  

महत्त्व  

  • युद्धक्षेत्र में पारदर्शिता बढ़ाता है, निर्णय लेने में सहायता करता है, तथा सैन्य अभियानों का आधुनिकीकरण करता है।  
  • रक्षा मंत्रालय में 'सुधार वर्ष' के अनुरूप, 2,402 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया गया।