रडार पूर्वानुमान प्रणाली

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी


 28-Nov-2024

रडार (मौसम) पूर्वानुमान प्रणाली क्या है ?  

  • यह मौसम विज्ञान में एक आवश्यक तकनीक है, जिसका उपयोग वर्षा का अवलोकन करके मौसम पैटर्न का पता लगाने और भविष्यवाणी करने के लिये किया जाता है।  
  • यह रेडियो डिटेक्शन एंड रेंजिंग (RADAR)  के सिद्धांत पर काम करता है, जो विद्युत चुंबकीय तरंगों का उत्सर्जन करता है जो वर्षा कणों को परावर्तित करते हैं तथा उनके स्थान, तीव्रता और गति के बारे में डेटा प्रदान करते हैं।  
  • मौसम राडार कैसे काम करता है?  
    • उत्सर्जन एवं परावर्तन: रडार विद्युत चुंबकीय तरंगें उत्सर्जित करता है, जो वर्षा होने पर परावर्तित होती हैं।  
    • डेटा विश्लेषण: वापसी समय और ताकत का विश्लेषण करके, प्रणाली वर्षा की दूरी, प्रकार और तीव्रता निर्धारित करती है।  
    • उन्नत प्रौद्योगिकी: आधुनिक दोहरे ध्रुवीकरण रडार क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर दोनों ध्रुवीकृत तरंगों को प्रेषित और प्राप्त करता है, जिससे वर्षा के आकार, आकृति और विविधता के बारे में विस्तृत जानकारी मिलती है।   

मौसम रडार के प्रकार  

  • डॉप्लर रडार: निरंतर तरंग (CW) और पल्स-डॉप्लर प्रणालियों जैसे विविधताओं के साथ वास्तविक समय मौसम की निगरानी के लिये व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।  
  • दोहरे ध्रुवीकरण रडार: वर्षा के क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर दोनों आयामों को मापता है, जिससे पूर्वानुमान की सटीकता और लक्ष्य पहचान में सुधार होता है।