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 27-Feb-2025

प्रकृति 2025

विविध

चर्चा में क्यों? 
ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) ने कार्बन बाज़ारों पर पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन - प्रकृति 2025 (परिवर्तनकारी पहलों को एकीकृत करने के लिये अनुकूलता, जागरूकता, ज्ञान और संसाधनों को बढ़ावा देना) की मेज़बानी की।  

महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ 

  • भारत का कार्बन बाज़ार: यूरोपीय संघ की कार्बन सीमा समायोजन प्रणाली (CBAM) जैसी वैश्विक नीतियों से प्रभावित, इस्पात और उच्च उत्सर्जन उद्योगों पर प्रभाव, जिसके लिये तत्काल घरेलू सुधार की आवश्यकता है।  
  • यूरोपीय संघ का CBAM: आयातों पर उचित कार्बन मूल्य निर्धारण सुनिश्चित करता है, उन्हें यूरोपीय संघ द्वारा उत्पादित वस्तुओं के साथ संरेखित करता है और स्वच्छ औद्योगिक उत्पादन को प्रोत्साहित करता है।  
  • कार्बन बाज़ार: पेरिस समझौते के अनुच्छेद 6 के तहत, वे संस्थाओं को ग्रीनहाउस गैस न्यूनीकरण परियोजनाओं को वित्तपोषित करके उत्सर्जन की भरपाई के लिये कार्बन क्रेडिट का व्यापार करने की अनुमति देते हैं।  
  • भारत का कार्बन बाज़ार  
    • CDM (स्वच्छ विकास तंत्र) परियोजना पंजीकरण में विश्व स्तर पर दूसरा स्थान।  
    • PAT योजना (प्रदर्शन, उपलब्धि और व्यापार) ने वर्ष 2015 से 106 मिलियन टन CO₂ की बचत की है।  
    • BEE द्वारा विनियमित।  

ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE)  

  • ऊर्जा संरक्षण अधिनियम, 2001 के तहत वर्ष 2002 में स्थापित।  
  • नीतियों और स्व-नियमन के माध्यम से ऊर्जा तीव्रता को कम करने के लिये विद्युत मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।