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 18-Feb-2025

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को पूरे हुए नौ वर्ष

विविध

चर्चा में क्यों?  

18 फरवरी, 2025 को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नौ वर्ष पूरे हो जाएंगे, जो किसानों की आजीविका की रक्षा करने का लगभग एक दशक का उत्सव मनाएगा।  

परिचय  

  • लॉन्च: वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फसल हानि के विरुद्ध किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने हेतु।  
  • उद्देश्य: किसानों की आय की सुरक्षा करना तथा नवीन कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना।  
  • महत्त्व: सूखा, बाढ़, चक्रवात, ओलावृष्टि और कीट हमलों जैसी प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ एक महत्त्वपूर्ण जोखिम शमन उपकरण।  
  • पात्रता एवं भागीदारी: प्रारंभ में यह ऋणी किसानों के लिये अनिवार्य था, लेकिन अब 55% नामांकित किसान गैर-ऋणी हैं, जो उच्च स्वैच्छिक स्वीकृति को दर्शाता है।  

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) बनाम पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना (RWBCIS)  

  • PMFBY: वास्तविक फसल हानि आकलन के आधार पर मुआवज़ा।  
  • RWBCIS: वर्षा और तापमान में बदलाव जैसे मौसम सूचकांकों पर आधारित मुआवज़ा।  

PMFBY के प्रमुख लाभ  

  • किफायती प्रीमियम:  
    • खरीफ फसलों के लिये 2%, रबी फसलों के लिये 1.5% तथा वाणिज्यिक/बागवानी फसलों के लिये 5% 
    • सरकार शेष प्रीमियम का अनुदान प्रदान करती है।  
  • समय पर मुआवज़ा: किसानों पर ऋण का बोझ निम्न करने के लिये फसल कटाई के दो महीने के भीतर दावों का निपटान किया जाएगा।  
  • पारदर्शिता और सटीकता: उन्नत उपग्रह, ड्रोन और ऐप-आधारित निगरानी सटीक दावा निपटान सुनिश्चित करती है।  

 PMFBY को को सुदृढ़ करना

  • बढ़ी हुई कवरेज: वर्ष 2023-24 में किसानों की रिकॉर्ड-उच्च भागीदारी देखी गई, जिससे PMFBY विश्व की सबसे बड़ी फसल बीमा योजना बन गई।  
  • सरकारी हस्तक्षेप: बेहतर पारदर्शिता, तेज़ी से दावा निपटान और डिजिटल एकीकरण।  
  • राज्य की पहल: कुछ राज्यों ने किसानों के प्रीमियम का एक हिस्सा छूट दिया, जिससे उनके वित्तीय दबाव में कमी आई।