प्रधानमंत्री मोदी रियो डी जेनेरियो में G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे
वैश्विक मामले
18-Nov-2024
चर्चा में क्यों?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रियो डी जेनेरियो में G-20 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं, जहाँ वे वैश्विक मुद्दों पर भारत की स्थिति तथा नई दिल्ली शिखर सम्मेलन के परिणामों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। मुख्य चर्चाओं में स्थिरता, सामाजिक समावेश, गरीबी और शासन सुधार शामिल हैं। मोदी वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। G-20 ट्रोइका के भाग के रूप में भारत अफ्रीकी संघ के समावेश और ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं का समर्थन जैसी पहलों के माध्यम से अपने नेतृत्व को उज़ागर करता है।
G-20 के बारे में
- 1990 के दशक के एशियाई वित्तीय संकट के बाद 1999 में वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों के लिये एक मंच के रूप में G-20 की स्थापना की गई थी।
- 2008 के वैश्विक वित्तीय और आर्थिक संकट से निपटने के लिये इसे 2008 में शिखर सम्मेलन स्तर तक उठाया गया।
- उद्देश्य: विश्व की सबसे बड़ी उन्नत एवं उभरती अर्थव्यवस्थाओं को शामिल करके वैश्विक वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करना।
- G-20 की संरचना और कार्यप्रणाली
- G-20 की अध्यक्षता प्रतिवर्ष परिवर्तित होती रहती है।
- कोई स्थायी सचिवालय या मुख्यालय नहीं
- 19 देशों को 5 समूहों में बाँटा गया है
- अध्यक्षता चक्रानुसार होती है
- ट्रोइका: यह वर्तमान राष्ट्रपति पद, पिछले राष्ट्रपति पद और अगले राष्ट्रपति पद के बीच एक कार्यकारी संघ है ।
- सदस्य: