पिनाका रॉकेट प्रणाली
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
12-Nov-2024
चर्चा में क्यों?
फ्राँसीसी सेना भारत की पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर प्रणाली के अधिग्रहण पर विचार कर रही है। द्विपक्षीय वार्ता के दौरान, ब्रिगेडियर जनरल स्टीफन रिचौ ने एक अग्रणी हथियार निर्माता के रूप में भारत के उदय की सराहना की। यह रुचि फ्राँस और भारत के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग को दर्शाती है, जो अब संयुक्त उत्पादन, सैन्य अभ्यास और वाणिज्यिक संबंधों से कहीं अधिक तक विस्तृत है।
पिनाका के बारे में
- यह एक मल्टी-बैरल रॉकेट लांचर (MBRL) है।
- इसे DRDO की प्रयोगशाला, आर्मामेंट रिसर्च एँड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (ARDE) द्वारा डिज़ाइन किया गया है।
- इसका पहली बार प्रयोग कारगिल युद्ध के दौरान किया गया था, जहाँ इसने पर्वतों की चोटियों पर पाकिस्तानी सेना के ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया था।
- यह विभिन्न प्रकार के क्षेत्रीय लक्ष्यों पर घातक और जवाबी हमला करता है, जैसे कि खुले में खड़े दुश्मन के सैनिक, बख्तरबंद वाहन, संचार केंद्र, हवाई टर्मिनल परिसर, तथा ईंधन और गोला-बारूद के भंडार।
- विशेषताएँ:
- इसमें एक मल्टी-ट्यूब लांचर वाहन, एक पुनःपूर्ति-सह-लोडर वाहन, एक पुनःपूर्ति वाहन और एक कमांड पोस्ट वाहन शामिल हैं।
- रॉकेट लांचर में दो पॉड हैं, जिनमें से प्रत्येक में छह रॉकेट हैं और यह 48 सेकंड के भीतर 700 × 500 वर्ग मीटर के क्षेत्र को नष्ट कर सकता है।
- फायरिंग के समय लांचर प्रणाली चार हाइड्रॉलिक रूप से संचालित आउट्रिगरों पर आधारित होती है।
- इसकी मारक क्षमता 75 किलोमीटर तक है।
- गतिशीलता के लिये यह प्रणाली टाट्रा ट्रक पर लगाई गई है।