पनामा नहर
भूगोल
22-Jan-2025
पनामा नहर: परिचय
- पनामा नहर पनामा में स्थित 82 किलोमीटर लंबा एक कृत्रिम जलमार्ग है, जो अटलांटिक और प्रशांत महासागरों को जोड़ता है।
- यह पनामा के इस्थमस को पार करता है तथा वैश्विक समुद्री व्यापार के लिये एक प्रमुख मार्ग के रूप में कार्य करता है।
- यह नहर न्यूयॉर्क और सैन फ्रांसिस्को के बीच की यात्रा में लगभग 12,600 किलोमीटर की बचत करती है।
- पहला जहाज़ 15 अगस्त, 1914 को नहर से गुजरा।
पनामा नहर कैसे काम करती है?
- पनामा नहर जहाज़ों को एक महासागर से दूसरे महासागर तक ले जाने के लिये लॉक्स और एलिवेटर्स की एक परिष्कृत प्रणाली का उपयोग करती है।
- यह आवश्यक है क्योंकि दोनों महासागर अलग-अलग ऊँचाई पर हैं, प्रशांत महासागर अटलांटिक महासागर से थोड़ा ऊँचा है।
- अटलांटिक महासागर से प्रशांत महासागर तक यात्रा करने के लिये जहाज़ों को लॉक्स का उपयोग करके ऊपर उठाना और नीचे उतारना पड़ता है, जो जल लिफ्टों की तरह काम करते हैं।
- जहाज़ों को ऊपर उठाने के लिये या तो लॉक्स पानी से भर दिये जाते हैं या जहाज़ों को आवश्यक स्तर तक नीचे लाने के लिये उन्हें खाली कर दिया जाता है।
- संपूर्ण प्रणाली में 12 लॉक्स शामिल हैं, जो कृत्रिम झीलों और चैनलों के माध्यम से संचालित होते हैं।
पनामा का इस्थमसइस्थमस एक संकरी भूमि पट्टी है जो दो बड़े भूभागों को जोड़ती है और दो जल निकायों को अलग करती है। पनामा का इस्थमस उत्तर और दक्षिण अमेरिका को जोड़ता है, जो प्रशांत और अटलांटिक महासागरों को अलग करता है। यह टेक्टोनिक गतिविधि द्वारा बना था जब कैरिबियन प्लेट उत्तर और दक्षिण अमेरिकी प्लेटों के बीच चली गई थी। नोट:जलडमरूमध्य दो बड़े जल निकायों को जोड़ने वाला एक संकीर्ण जलमार्ग है, जैसे जिब्राल्टर जलडमरूमध्य, जो भूमध्य सागर को अटलांटिक महासागर से जोड़ता है। जलडमरूमध्य जहाज़ों के आवागमन के लिये महत्त्वपूर्ण हैं। |