सीप

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी


 24-Jan-2025

चर्चा में क्यों?  

हाल के शोध से पता चलता है कि सीप (Oysters) के हीमोलिम्फ से प्राप्त रोगाणुरोधी प्रोटीन दवा-प्रतिरोधी बैक्टीरिया को मार सकते हैं और प्रतिरोधी प्रजातियों के विरुद्ध पारंपरिक एंटीबायोटिक्स की प्रभावशीलता को बढ़ा सकते हैं। 

सीप क्या हैं?  

सीप ऑस्ट्रेडी परिवार के अकशेरुकी जीव हैं, जो कॉलोनियों, बिस्तरों या रीफ नामक समूहों में रहते हैं। वे सर्वाहारी होते हैं और खुरदुरे, चट्टान जैसे सख्त, अंडाकार या नाशपाती के आकार के खोल से ढके होते हैं।  

  • आवास स्थान: विश्वभर में उथले लवणीय जल में पाए जाने वाले सीप, रीफ या चट्टानों में आवास स्थान का निर्माण करते हैं। हालाँकि वे कभी-कभी मोती उत्पन्न कर सकते हैं, लेकिन वे मोती सीपों से अलग होते हैं।  
  • पारिस्थितिक भूमिका  
    • प्रमुख प्रजातियाँ: सीप अपने पारिस्थितिकी तंत्र के लिये महत्त्वपूर्ण हैं, जो समुद्री जीवों जैसे समुद्री एनीमोन और बार्नाकल के लिये आवास प्रदान करते हैं।  
    • जल निस्पंदन: एक सीप प्रतिदिन 50 गैलन तक जल को निस्पंदित करता है, जिससे प्रदूषक हट जाते हैं और जल की गुणवत्ता में सुधार होता है।  
  • आहार और व्यवहार: सीप जल से शैवाल व खाद्य कणों को छानकर अपना भोजन बनाते हैं। वे नर के रूप में जीवन शुरू करते हैं और आमतौर पर एक वर्ष बाद मादा बन जाते हैं, लेकिन वे कई बार लिंग बदलने की क्षमता रखते हैं।
  • भोजन के रूप में भूमिका: सीप कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन से भरपूर होते हैं और हज़ारों वर्षों से मनुष्य द्वारा इनका सेवन किया जा रहा है।