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 21-Feb-2025

ओपेक+

भूगोल

चर्चा में क्यों?  

ब्राज़ील की सरकार ने हाल ही में प्रमुख तेल निर्यातक देशों के गठबंधन ओपेक+ में देश की सदस्यता को अधिकृत किया है।  

ओपेक+: परिचय 

  • ओपेक+ 22 तेल निर्यातक देशों का गठबंधन है।  
  • वैश्विक बाज़ार में बेचे जाने वाले कच्चे तेल की मात्रा तय करने के लिये समूह नियमित रूप से बैठक करता है।  
  • इसका प्राथमिक उद्देश्य तेल उत्पादन में समन्वय स्थापित करना तथा तेल बाज़ार में स्थिरता सुनिश्चित करना है।  

उद्भव  

  • ओपेक और गैर-ओपेक तेल उत्पादक देशों के बीच सहयोग को औपचारिक बनाने के लिये वर्ष 2016 के अंत में इसकी स्थापना की गई।  
  • यह रूपरेखा तेल उत्पादन निर्णयों पर नियमित और दीर्घकालिक सहयोग को प्रोत्साहन देने के लिये बनाई गई थी।  

सदस्य 

  • 12 ओपेक देश: अल्जीरिया, कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, गैबॉन, ईरान, इराक, कुवैत, लीबिया, नाइजीरिया, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और वेनेजुएला।  
  • 10 गैर-ओपेक देश: अज़रबैजान, बहरीन, ब्रुनेई, कज़ाखस्तान, रूस, मैक्सिको, मलेशिया, दक्षिण सूडान, सूडान और ओमान।  

ओपेक क्या है?  

  • तेल निर्यातक देशों का एक स्थायी अंतर-सरकारी संगठन।  
  • इसकी स्थापना 1960 में पाँच देशों द्वारा की गई थी: ईरान, इराक, कुवैत, सऊदी अरब और वेनेजुएला।  
  • वर्तमान सदस्यों में संस्थापक राष्ट्रों के अलावा अल्जीरिया, कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, गैबॉन, लीबिया, नाइजीरिया और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।  
  • अंगोला 1 जनवरी, 2024 को ओपेक से बाहर हो जाएगा।  
  • मुख्यालय: वियना, ऑस्ट्रिया में स्थित है।