12-Feb-2025
इंटरनेशनल डे ऑफ वुमन एंड गर्ल्स इन साइंस
विविध
चर्चा में क्यों?
- वर्ष 2025 में विज्ञान में महिलाओं और लड़कियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस (IDWGS) की 10वीं वर्षगाँठ होगी, जो प्रतिवर्ष 11 फरवरी को मनाया जाता है।
- यह दिन विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) के क्षेत्र में महिलाओं और लड़कियों की समग्र और समान भागीदारी के लिये समर्थन करता है।
STEM में महिलाओं की स्थिति
- वैश्विक परिप्रेक्ष्य
- STEM में महिलाएँ: संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में STEM शिक्षा और व्यवसायों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व कम है, जो STEM स्नातकों का केवल 35% है।
- 1901 से 2024 तक, भौतिकी, रसायन विज्ञान और फिजियोलॉजी या चिकित्सा के क्षेत्र में 650 नोबेल पुरस्कार विजेताओं में से केवल 26 महिलाएँ हैं, जो वैज्ञानिक मान्यता में लिंग के बीच के निरंतर अंतर को स्पष्ट करती हैं।
- भारत का परिप्रेक्ष्य
- अनुसंधान में महिलाएँ: लोकसभा में प्रस्तुत सरकारी आँकड़ों (2024) के अनुसार, वैज्ञानिक कार्यबल में महिलाओं की हिस्सेदारी केवल 18.6% है।
- STEM नामांकन: उच्च शिक्षा में STEM छात्रों में महिलाओं की हिस्सेदारी 43% है।
- प्रतिनिधित्व में गिरावट: उल्लेखनीय नामांकन के बावजूद, उन्नत अनुसंधान स्तरों और वैज्ञानिक संस्थानों में नेतृत्व की भूमिकाओं में उनकी उपस्थिति में काफी कमी आई है।
STEM में महिलाओं को बढ़ावा देने के लिये भारत की पहल
- नवाचारों के विकास और दोहन के लिये राष्ट्रीय पहल (NIDHI)
- विज्ञान ज्योति- युवा लड़कियों को STEM में कॅरियर बनाने के लिये प्रोत्साहित करना।
- संस्थानों में परिवर्तन हेतु लैंगिक उन्नति (GATI)- वैज्ञानिक संस्थानों में लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देना।
- WISE-KIRAN योजना- विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से विज्ञान और इंजीनियरिंग में महिलाओं को समर्थन देना।
- BioCARe फेलोशिप- जैव प्रौद्योगिकी और संबंधित क्षेत्रों में महिला वैज्ञानिकों को सहायता प्रदान करती है, जिससे उन्हें सफल अनुसंधान कॅरियर बनाने में मदद मिलती है।
- महिला विश्वविद्यालयों में प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर (TBI)- महिलाओं के नेतृत्व वाले नवाचार को बढ़ावा देने और उद्यमिता में लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देने के लिये IGDTUW (दिल्ली), SPMVV (तिरुपति) और DTU में iTBI की स्थापना की गई है ।