राष्ट्रीय दुग्ध दिवस

भारतीय अर्थव्यवस्था


 26-Nov-2024
  • यह प्रतिवर्ष 26 को नवंबर मनाया जाता है। 
  • यह दिन भारत के डेयरी क्षेत्र के परिवर्तनकारी प्रभाव को रेखांकित करता है, जो पोषण सुरक्षा, ग्रामीण सशक्तीकरण और आर्थिक विकास में प्रमुख योगदानकर्त्ता है। 
  • यह डॉ. वर्गीस कुरियन की जयंती मनाता है। 
  • डॉ. वर्गीस कुरियन: 
  • उन्हें भारत में "श्वेत क्रांति के जनक" के रूप में मनाया जाता है। 
  • जन्म: 26 नवंबर 1921, कोझिकोड, केरल, 
  • उन्होंने भारत को दूध की कमी वाले देश से विश्व का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। 
  • वे राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के पहले अध्यक्ष थे, जिसका गठन वर्ष 1965 में माननीय लाल बहादुर शास्त्री के प्रधानमंत्रित्व काल में हुआ था।

ऑपरेशन फ्लड: 

  • यह एक डेयरी विकास योजना थी जिसने भारत को दूध की कमी वाले राष्ट्र से विश्व का सबसे बड़ा दूध उत्पादक राष्ट्र बना दिया।
  • इसे श्वेत क्रांति के नाम से भी जाना जाता है। 
  • इसे निम्नलिखित चरणों में क्रियान्वित किया गया:  
    • चरण I (1970-1980) का वित्तपोषण विश्व खाद्य कार्यक्रम के माध्यम से यूरोपीय संघ (तत्कालीन यूरोपीय आर्थिक समुदाय) द्वारा दान किये गये स्किम्ड दूध पाउडर और मक्खन तेल की बिक्री से किया गया था। 
    • चरण II (1981-1985) में दूध-क्षेत्रों की संख्या 18 से बढ़कर 136 हो गई; शहरी बाज़ारों में दूध के आउटलेटों की संख्या बढ़ाकर 290 कर दी गई। 1985 के अंत तक, 4,250,000 दूध उत्पादकों के साथ 43,000 ग्राम सहकारी समितियों की एक आत्मनिर्भर प्रणाली स्थापित की गई। 
    •  चरण III (1985-1996) ने डेयरी सहकारी समितियों को दूध की बढ़ती मात्रा की खरीद और विपणन के लिये आवश्यक बुनियादी ढाँचे का विस्तार और सुदृढ़ीकरण करने में सक्षम बनाया। इस चरण में 30000 नई डेयरी सहकारी समितियाँ जोड़ी गईं, जिससे इनकी संख्या 73000 हो गई।