राष्ट्रीय गणित दिवस 2024

विविध


 23-Dec-2024

चर्चा में क्यों?  

भारत विश्व के महानतम गणितज्ञों में से एक श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के उपलक्ष्य में 22 दिसंबर को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय गणित दिवस मनाता है।  

श्रीनिवास रामानुजन कौन थे?  

  • जन्म: 22 दिसंबर, 1887, इरोड, तमिलनाडु।  
  • शिक्षा: 1903 में मद्रास विश्वविद्यालय से छात्रवृत्ति प्राप्त की, जिसे बाद में गणित पर विशेष ध्यान देने के कारण खो दिया।  
  • उपलब्धियाँ:  
    • 1911 में उन्होंने अपना पहला लेख प्रकाशित किया।
    • 1913 में ब्रिटिश गणितज्ञ जी.एच. हार्डी के साथ सहयोग शुरू किया।  
    • 1918 में वे रॉयल सोसाइटी ऑफ लंदन के लिये चुने गए, इसके सबसे युवा सदस्यों में से एक बने तथा ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज़ के पहले भारतीय फेलो बने।  
  • मृत्यु: 26 अप्रैल, 1920, 32 वर्ष की आयु में।  

गणित में योगदान  

  • सूत्र और समीकरण  
    • 3,900 गणितीय परिणाम संकलित किये गए, जिनमें पाई (Pi) के लिये एक अनंत शृंखला और पाई के अंकों की गणना करने के लिये अपरंपरागत तरीके शामिल हैं।  
  • गेम थ्योरी या खेल सिद्धांत  
    • ऐसे नवीन विचार विकसित किये जिनसे खेल सिद्धांत के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई।  
  • रामानुजन की नोटबुक  
    • 1976 में पुनः खोजी गई उनकी नोटबुक की विषय-वस्तु को बाद में एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया गया।  
  • रामानुजन संख्या (1729)  
  • अन्य योगदान  
  • हाइपरजियोमेट्रिक शृंखला, रीमान शृंखला, दीर्घवृत्तीय समाकलन, मॉक थीटा फंक्शन, द्विवर्जेंट शृंखला और जीटा फंक्शन समीकरणों का अन्वेषण किया।