राष्ट्रीय पक्षी दिवस

विविध


 06-Jan-2025

राष्ट्रीय पक्षी दिवस: परिचय 

पारिस्थितिकी तंत्र में पक्षियों की भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये यह दिवस प्रतिवर्ष 5 जनवरी को मनाया जाता है।  

इतिहास और उत्पत्ति: एवियन वेलफेयर कोएलिशन द्वारा स्थापित राष्ट्रीय पक्षी दिवस, जंगली और कैद में पक्षियों के कल्याण को बढ़ावा देता है। यह तिथि 20वीं सदी की शुरुआत में जंगली पक्षी संरक्षण आंदोलन की शुरुआत की याद दिलाती है, जिसने आधुनिक संरक्षण प्रयासों को आकार दिया।  

पक्षियों को निम्नलिखित खतरों का सामना करना पड़ा है:  

  • पंख और मांस के लिये शिकार  
  • वनों की कटाई और शहरीकरण के कारण आवास की क्षति  
  • अवैध पालतू व्यापार  

यह दिन बाल्ड ईगल और कैलिफोर्निया कोंडोर जैसी लुप्तप्राय प्रजातियों को बचाने में संरक्षणवादियों के प्रयासों को भी मान्यता देता है। 

  • भारत के प्रयास: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने पक्षी आबादी को संरक्षित करने के लिये आर्द्रभूमि के संरक्षण का आग्रह किया।  
  • आर्द्रभूमि का महत्त्व: भारत में पक्षी प्रजातियों और पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने के लिये आवश्यक।  
  • राष्ट्रीय पक्षी दिवस, अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी पक्षी दिवस, विश्व प्रवासी पक्षी दिवस (13 मई) और अन्य राष्ट्रीय पक्षी दिवसों से अलग है।  
एवियन वेलफेयर गठबंधन पक्षियों के कल्याण के लिये समर्पित है, जो आवास की क्षति, अवैध व्यापार और क्रूरता जैसे खतरों के संदर्भ में जागरूकता बढ़ाता है। यह पक्षियों के संरक्षण और ज़िम्मेदार स्वामित्व की वकालत करता है और इन कारणों को बढ़ावा देने के लिये राष्ट्रीय पक्षी दिवस जैसे आयोजनों का समर्थन करता है।