राष्ट्रीय आयुष मिशन

विविध


 25-Dec-2024

चर्चा में क्यों?  

आयुष मंत्रालय ने राष्ट्रीय आयुष मिशन (NAM) की महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों और परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए “सभी के लिये आयुष: राष्ट्रीय आयुष मिशन के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य सेवा (Ayush for All: Holistic Health Care through National Ayush Mission)” शीर्षक से एक फिल्म सीरिज़ शुरू की।  

 'आयुष' का अर्थ  

  • 'आयुष' से तात्पर्य पारंपरिक और गैर-पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल और उपचार प्रणालियों से है, जिनमें आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, सोवा-रिग्पा और होम्योपैथी शामिल हैं।  
  • इन भारतीय चिकित्सा प्रणालियों की विशेषता उनकी विविधता, लचीलापन, पहुँच, सामर्थ्य और व्यापक सार्वजनिक स्वीकृति है। वे लागत-प्रभावी हैं और महत्त्वपूर्ण आर्थिक मूल्य रखते हैं, जिससे वे आबादी के बड़े हिस्से की स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये उपयुक्त हैं। 

मुख्य बिंदु   

शुरू करना  

  • राष्ट्रीय आयुष मिशन (NAM) को 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत आयुष विभाग द्वारा सितंबर 2014 में लॉन्च किया गया था।  
  • अब इसका क्रियान्वयन आयुष मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।  

परिचय 

  • राष्ट्रीय आयुष मिशन (NAM), एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसका उद्देश्य आयुष स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाना, आयुष्मान आरोग्य मंदिर के माध्यम से निवारक देखभाल को बढ़ावा देना और आयुष प्रणालियों को मुख्यधारा के सार्वजनिक स्वास्थ्य में एकीकृत करना है।  
  • यह विशेष रूप से दूरदराज़ और कमज़ोर क्षेत्रों में आयुष स्वास्थ्य सेवाएँ और शिक्षा प्रदान करने में राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकारों को सहायता प्रदान करके स्वास्थ्य सेवाओं में अंतराल को दूर करता है।  

केंद्रीय क्षेत्र और केंद्र प्रायोजित योजनाएँ क्या हैं?  

केंद्रीय क्षेत्र की योजनाएँ  

  • संघ सूची के विषयों के आधार पर पूर्णतः केंद्र सरकार द्वारा तैयार एवं वित्तपोषित।  
  • इसका डिज़ाइन और नियोजन पूर्णतः केंद्र सरकार द्वारा किया गया है।  
  • उदाहरण: प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और खेलो इंडिया योजना।  

केंद्र प्रायोजित योजनाएँ (CSS)  

  • केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा संयुक्त रूप से वित्त पोषित।  
  • राज्य की योजनाओं को समर्थन देने के लिये केंद्र के लिये एक वित्तीय चैनल के रूप में कार्य करना।  
  • वित्तपोषण का एक निश्चित प्रतिशत राज्यों द्वारा दिया जाता है, जो राज्य दर राज्य अलग-अलग होता है, जबकि अधिकांश वित्तपोषण केंद्र द्वारा किया जाता है।  
  • इसका कार्यान्वयन राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों द्वारा किया जाता है। 

राष्ट्रीय आयुष मिशन के घटक  

अनिवार्य घटक  

  • आयुष सेवाएँ
  • आयुष शैक्षणिक संस्थान
  • ASU&H (आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी) दवाओं का गुणवत्ता नियंत्रण  
  • औषधीय पौधे  

अनुकूल घटक  

  • आयुष कल्याण केंद्र योग और प्राकृतिक चिकित्सा प्रदान करते हैं  
  • टेलीमेडिसिन पहल
  • सार्वजनिक-निजी भागीदारी सहित आयुष में नवाचार
  • IEC (सूचना, शिक्षा और संचार) गतिविधियाँ  
  • स्वैच्छिक प्रमाणन योजनाएँ (परियोजना-आधारित)  

अपेक्षित परिणाम  

  • बेहतर सुविधाओं, दवाओं और प्रशिक्षित जनशक्ति के साथ आयुष स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुँच।  
  • सुसज्जित संस्थानों के माध्यम से आयुष शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा।  
  • आयुष प्रणालियों का उपयोग करके लक्षित सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के माध्यम से संचारी और गैर-संचारी रोगों में कमी लाना।