24-Mar-2025
मुज़हरा आंदोलन
इतिहास
चर्चा में क्यों?
हाल ही में 19 मार्च को मुज़हरा आंदोलन की वर्षगाँठ मनाई गई, जो मुज़हरा काश्तकारों और अधिकारियों के बीच ऐतिहासिक संघर्ष और टकराव को चिह्नित करता है।
मुज़हरा आंदोलन के बारे में
- उत्पत्ति
- इसकी उत्पत्ति 1930 के दशक में पटियाला रियासत में हुई थी।
- 1920 के दशक के प्रजा मंडल आंदोलन में निहित।
- पृष्ठभूमि
- इसका नेतृत्व विभाजन-पूर्व पंजाब के काश्तकार किसानों (जिन्हें मुज़हरा के नाम से जाना जाता था ) ने किया, जिन्होंने अपनी कृषि की ज़मीन पर मालिकाना हक की मांग की।
- उनका संघर्ष शोषणकारी बिस्वेदारी प्रणाली (भूमि पट्टेदारी का एक रूप) के खिलाफ था।
इस प्रणाली के तहत, बिस्वेदार (ज़मींदार) मुज़राओं द्वारा काम की गई भूमि में हिस्सेदारी रखते थे और अंग्रेज़ों को एक हिस्सा देते थे, जिससे किसानों का शोषण होता था।
- स्मरणोत्सव का उद्देश्य: भूमि अधिकारों और न्याय को लेकर मुज़हरा और अधिकारियों के बीच हुई हिंसक झड़पों को याद करने के लिये प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
- उल्लेखनीय नेता: बूटा सिंह, कृपाल सिंह और अन्य ने आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई।