एम.टी. वासुदेवन नायर
विविध
26-Dec-2024
चर्चा में क्यों?
प्रसिद्ध मलयालम लेखक एम.टी. वासुदेवन नायर का बुधवार को कोझिकोड के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया, जहाँ उन्हें हृदय गति रुकने के कारण भर्ती किया गया था। केरल सरकार ने उनके निधन पर दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।
एम.टी. वासुदेवन नायर: परिचय
एम.टी. वासुदेवन नायर, जिन्हें एम.टी. के नाम से जाना जाता है, एक प्रसिद्ध मलयालम लेखक, पटकथा लेखक और फिल्म निर्माता हैं। 15 जुलाई, 1933 को केरल के कुडल्लूर में जन्मे, वे भारतीय साहित्य और सिनेमा में अपने गहन योगदान के लिये प्रसिद्ध हैं। उनकी रचनाएँ अक्सर पुरानी यादों, मानवीय भावनाओं और केरल के सांस्कृतिक लोकाचार के विषयों का पता लगाती हैं।
- साहित्यिक योगदान: "नालुकेट्टू," "मंजू," और "रंडामूज़म" (भीम के दृष्टिकोण से महाभारत का पुनर्कथन) जैसे प्रशंसित उपन्यासों के लेखक।
- पुरस्कार: ज्ञानपीठ पुरस्कार (भारत का सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार), पद्म भूषण तथा कई केरल साहित्य अकादमी और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों सहित अनेक प्रतिष्ठित सम्मानों के प्राप्तकर्त्ता।
- सिनेमाई उत्कृष्टता: "ओरु वडक्कन वीरगाथा" और "पेरुमथाचन" जैसी प्रतिष्ठित मलयालम फिल्मों के पटकथा लेखक।
एम.टी. वासुदेवन नायर की साहित्यिक और सिनेमाई विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करती रही है, जिससे वे भारतीय कला और संस्कृति में एक शीर्षस्थ व्यक्ति बन गए हैं।