24-Feb-2025
महर्षि दयानन्द सरस्वती जयंती
विविध
चर्चा में क्यों?
इस वर्ष महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती 23 फरवरी को मनाई गई।
महर्षि दयानंद सरस्वती कौन थे?
- 12 फरवरी, 1824 को टंकारा, गुजरात में मूल शंकर तिवारी का जन्म हुआ।
- एक दार्शनिक, समाज सुधारक और आर्य समाज (1875) के संस्थापक के रूप में, उन्होंने 1876 में स्वराज ("भारतीयों के लिये भारत") का समर्थन किया।
- सत्यार्थ प्रकाश (सत्य व्याख्या) के लेखक।
- उन्होंने वर्गविहीन, जातिविहीन समाज को बढ़ावा दिया और “वेदों की ओर लौटो” का नारा दिया।
- जन्म के आधार पर नहीं, बल्कि व्यवसाय के आधार पर चतुर्वर्ण व्यवस्था का समर्थन किया।
शिक्षा में योगदान
- शिक्षा को आधुनिक रूप देने के उद्देश्य से 1886 में दयानंद एंग्लो वैदिक (DAV) स्कूल की स्थापना की गई।
- पहला DAV स्कूल लाहौर में महात्मा हंसराज की अध्यक्षता में स्थापित किया गया था।
आर्य समाज: परिचय
- स्वामी दयानंद सरस्वती ने 1875 में बम्बई (अब मुंबई) में हिंदू धर्म के अंतर्गत आर्य समाज की स्थापना की थी।
- एक सुधारात्मक आंदोलन जिसका लक्ष्य वेदों को अंतिम सत्य के रूप में पुनर्स्थापित करना था।
- मूर्ति पूजा, जन्म से जाति प्रथा, बाल विवाह, छुआछूत और कर्मकांड का विरोध करता है।
- महिला शिक्षा, अंतर्जातीय विवाह और कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से सामाजिक सुधारों का समर्थन करता है।
- ये आंदोलन शुद्धि (पुनर्धर्मांतरण) और गौरक्षा को प्रोत्साहित करने के लिये प्रसिद्ध हैं।
- पश्चिमी और उत्तरी भारत में सबसे प्रबल उपस्थिति।