जल संचय जन भागीदारी पहल
विविध
06-Sep-2024
चर्चा में क्यों?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सूरत में जल संचय जन भागीदारी पहल की शुरुआत की। यह पहल चल रहे जल शक्ति अभियान: कैच द रेन अभियान के साथ संरेखित है, जो दीर्घकालिक जल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये सहयोगी जल प्रबंधन के दृष्टिकोण को मज़बूत करता है। इस पहल का उद्देश्य गुजरात में नागरिकों, स्थानीय निकायों, उद्योगों और हितधारकों को वर्षा जल संचयन संरचनाओं को लागू करने के लिये प्रेरित करना है।
जल शक्ति अभियान (JSA) के बारे में:
- इसे जल शक्ति मंत्रालय द्वारा वर्ष 2019 में देश में जल संरक्षण और जल सुरक्षा के अभियान के रूप में लॉन्च किया गया था।
- राज्यों और सभी हितधारकों को वर्षा जल संचयन संरचनाएँ (RWHS) बनाने के लिये प्रेरित करने हेतु वर्ष 2020 में "कैच द रेन, जहाँ यह गिरता है जब यह गिरता है" टैग लाइन के साथ "कैच द रेन" अभियान लागू किया गया था।
- उद्देश्य:
- सभी हितधारकों को वर्षा जल संचयन संरचनाएँ (Rainwater Harvesting Structures- RWHS) बनाने के लिये प्रेरित करना, जो जलवायु परिस्थितियों और उप-भूमि स्तर के लिये उपयुक्त हों, ताकि वर्षा जल का भंडारण किया जा सके।
- अभियान के लिये प्रभावी अभियान और सूचना, शिक्षा एवं संचार (Information, Education and Communication- IEC) गतिविधियों के माध्यम से लोगों को शामिल करना।
- गतिविधियाँ:
- जल संचयन के लिये गड्ढे, छत पर जल संचयन प्रणाली और चेक डैम बनाने के लिये अभियान।
- अतिक्रमण हटाना और टैंकों से गाद निकालना ताकि उनकी भंडारण क्षमता बढ़ाई जा सके।
- जलग्रहण क्षेत्रों से जल लाने वाले चैनलों में अवरोधों को हटाना।
- पारंपरिक जल-स्वच्छता प्रणालियों जैसे बावड़ियों की मरम्मत करना तथा बंद पड़े बोरवेलों और पुराने कुओं का उपयोग कर जल को पुनः जलभृतों में पहुँचाना।
- जल शक्ति अभियान (JSA) II के प्रारंभिक चरण के रूप में NYKS विभिन्न IEC गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाएगा।
- IEC गतिविधियों में शिक्षा और प्रेरक कार्यक्रम आयोजित करना, जन जागरूकता अभियान, दीवार लेखन सहित पर्यावरण निर्माण आदि शामिल होंगे।
- राज्यों से प्रत्येक ज़िले में वर्षा केंद्र खोलने का अनुरोध किया गया है, जो ज़िले में सभी के लिये तकनीकी मार्गदर्शन केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
जल संरक्षण के लिये उठाए गए कदम
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गुजरात
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