ISRO का अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग
विविध
17-Jan-2025
SpaDeX मिशन: मुख्य विशेषताएँ
अवलोकन
- मिशन का नाम: SpaDeX (अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग)
- लॉन्च तिथि: 30 दिसंबर, 2024
- प्रक्षेपण स्थल: सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा
- उपग्रह: SDX01 (चेसर) और SDX02 (लक्ष्य)
- उद्देश्य: अंतरिक्ष यान मिलन, डॉकिंग और अनडॉकिंग प्रौद्योगिकियों का परीक्षण और प्रदर्शन करना।
नवीनतम अपडेट
- 12 जनवरी, 2025 को ISRO उपग्रहों को एक दूसरे से 3 मीटर के भीतर ले आया और फिर उन्हें सुरक्षित दूरी पर वापस ले आया।
- पूर्ण डॉकिंग प्रयोग करने से पहले डेटा विश्लेषण का कार्य चल रहा है।
महत्त्व
- यह डॉकिंग प्रयोग भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो जटिल अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भारत की शुरुआत को चिह्नित करता है,
- मानवयुक्त चंद्र मिशन, जिसमें भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजना भी शामिल है।
- नमूना वापसी मिशन, उन्नत ग्रह अन्वेषण का मार्ग प्रशस्त करेगा।
- भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन का विकास, अंतरिक्ष में स्वतंत्र संचालन के लिये एक दीर्घकालिक लक्ष्य।
यदि यह मिशन सफल रहा तो भारत, अंतरिक्ष में उपग्रह डॉकिंग करने वाला विश्व का चौथा देश बन जाएगा- अमेरिका, रूस और चीन के साथ - जिससे अंतरिक्ष अन्वेषण में ISRO का स्थान और दृढ़ हो जाएगा।