पृथ्वी का आंतरिक भाग
भूगोल
03-Dec-2024
- पृथ्वी का आंतरिक भाग संकेंद्रित परतों में संरचित है, जिनमें विशिष्ट भौतिक और रासायनिक गुण हैं।
- इन परतों में क्रस्ट, मेंटल, बाहरी कोर और आंतरिक कोर शामिल हैं।
- पृथ्वी की परतें
- क्रस्ट:
- सबसे बाहरी परत; पृथ्वी के आयतन का 0.5-1.0% है।
- घनत्व: ~2.7 g/cm³; मोटाई: 5-30 km (महासागरीय) और 50-70 km (महाद्वीपीय)
- संघटन:
- महाद्वीपीय क्रस्ट: फेल्सिक चट्टानें (ग्रेनाइट), सिलिका, और एल्यूमीनियम (sial)
- महासागरीय क्रस्ट: मैफिक चट्टानें (बेसाल्ट), सिलिका और मैग्नीशियम (sima)
- तापमान: ~30°C/km की दर से बढ़ता है तथा मेंटल सीमा के पास 200-400°C तक पहुँच जाता है।
- भूकंपीय असंततता: मोहो (मेंटल के साथ सीमा)
- मेंटल:
- पृथ्वी के आयतन का 83% तथा द्रव्यमान का 67% भाग इसका है।
- 30 km से 2900 km गहराई तक विस्तृत है।
- घनत्व: 2.9–5.7 g/cm³; तापमान: 200°C से ~4000°C.
- संरचना: लौह और मैग्नीशियम से समृद्ध सिलिकेट चट्टानें (OSM- ऑक्सीजन, सिलिकॉन, मैग्नीशियम)
- संवहन धाराएँ टेक्टोनिक प्लेटों की गति को संचालित करती हैं।
- दुर्बलतामंडल (Asthenosphere):
- ऊपरी मेंटल परत, 80-200 km गहरी।
- अत्यधिक चिपचिपा और तन्य; टेक्टोनिक प्लेट की गति को सुगम बनाता है।
- ज्वालामुखी गतिविधि के लिये मैग्मा का मुख्य स्रोत।
- बाहरी परत:
- तरल परत 2900-5100 km गहराई तक विस्तृत है।
- लोहा और निकल (नाइफ़) से बना; घनत्व: 9.9–12.2 g/cm³
- तापमान: 4400–6000°C.
- पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र (डायनेमो सिद्धांत) के लिये उत्तरदायी।
- भीतरी कोर:
- पृथ्वी के केंद्र से 5100 km दूर ठोस कोर।
- 80% लौह से बना; घनत्व: 12.6–13 g/cm³
- तापमान: ~6000°C, सूर्य की सतह के बराबर।
- पृथ्वी की सतह की अपेक्षा यह थोड़ा अधिक गति से घूर्णन करता है।
- क्रस्ट:
- भूकंपीय असंततताएँ
- मोहो असंततता: भूपर्पटी और मेंटल को अलग करती है।
- गुटेनबर्ग असंतत्यता: यह मेंटल और बाहरी कोर के बीच स्थित है।
- पृथ्वी की आंतरिक संरचना, अपनी गतिशील प्रक्रियाओं के साथ, इसकी भूवैज्ञानिक विशेषताओं को आकार देती है और टेक्टोनिक गतिविधियों को प्रभावित करती है।