INS मुंबई
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
22-Jan-2025
चर्चा में क्यों?
भारतीय नौसेना के जहाज़ मुंबई ने फ्राँस के नेतृत्व में बहुराष्ट्रीय ला पेरोस अभ्यास में भाग लिया, जिसमें आठ अन्य देशों- भारत, अमेरिका, कनाडा, मलेशिया, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और सिंगापुर - ने भी भाग लिया।
INS मुंबई: महत्त्वपूर्ण जानकारी
INS मुंबई स्वदेशी तकनीक से निर्मित तीसरा दिल्ली श्रेणी का निर्देशित मिसाइल विध्वंसक है, जिसे 22 जनवरी, 2001 को मुंबई के मझगांव डॉक लिमिटेड में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। इस जहाज़ ने कई पुरस्कार जीते हैं, जिसमें तीन बार 'सर्वश्रेष्ठ जहाज़' और दो बार 'Most Spirited Ship (सबसे उत्साही जहाज़)' का खिताब शामिल है।
इसने ऑपरेशन पराक्रम (2002), ऑपरेशन सुकून (2006) और ऑपरेशन राहत (2015) जैसे प्रमुख अभियानों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जहाज़ को मध्य-जीवन उन्नयन से गुजरना पड़ा और 8 दिसंबर, 2023 को विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसेना कमान में शामिल हो गया।
प्रमुख विशेषताएँ
- विस्थापन (Displacement): 6500 टन से अधिक, 350 नाविक और 40 अधिकारी संचालित।
- आयाम (Dimensions): लंबाई में 163 मीटर और चौड़ाई में 17 मीटर, 32 नॉट से अधिक गति में सक्षम।
- आयुध (Armament): शक्तिशाली मारक क्षमता के लिये सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, पनडुब्बी रोधी रॉकेटों और टारपीडो से सुसज्जित।
- हेलीकॉप्टर संचालन (Helicopter Operations): सभी प्रकार के नौसैनिक हेलीकॉप्टरों का संचालन कर सकता है, जिससे इसकी परिचालन क्षमता बढ़ जाती है।