भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदर्शन संकेतक रिपोर्ट

विविध


 02-Jan-2025

चर्चा में क्यों?  

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने 2024 की तीसरी तिमाही के लिये "भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदर्शन संकेतक रिपोर्ट" जारी की, जिसमें सेवा प्रदाता डेटा के आधार पर दूरसंचार, केबल टी.वी., DTH और रेडियो प्रसारण में प्रमुख रुझानों का सारांश दिया गया है।  

भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदर्शन संकेतक रिपोर्ट: परिचय   

  1. पब्लिशर: भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा त्रैमासिक रूप से जारी किया गया।  
  2. उद्देश्य: भारत में दूरसंचार क्षेत्र के प्रदर्शन और विकास प्रवृत्तियों का अवलोकन प्रदान करना।  
  3. कवरेज क्षेत्र: इसमें वायरलाइन, वायरलेस, इंटरनेट, केबल टी.वी., DTH और रेडियो प्रसारण सेवाओं का डेटा शामिल है।  
  4. शामिल पैरामीटर  
    • ग्राहक आँकड़े (जैसे, टेली-घनत्व, शहरी/ग्रामीण ग्राहक)।  
    • सकल राजस्व (GR) और समायोजित सकल राजस्व (AGR) सहित राजस्व विवरण।  
    • इंटरनेट उपयोग पैटर्न और डेटा खपत।  
    • ऑपरेटरों द्वारा सेवा की गुणवत्ता (QoS) अनुपालन।  
  5. डेटा का स्रोत: मुख्य रूप से दूरसंचार और प्रसारण सेवा प्रदाताओं द्वारा प्रदान की गई जानकारी से संकलित।  
  6. उपयोगिता: उद्योग के रुझानों पर नज़र रखने, नीति-निर्माण में सहायता करने तथा क्षेत्र के विकास और चुनौतियों का मूल्यांकन करने में सहायता करता है। 

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI)  

  1. स्थापना: 20 फरवरी, 1997, TRAI अधिनियम, 1997 के तहत।  
  2. संरचना: एक अध्यक्ष, अधिकतम दो पूर्णकालिक सदस्य तथा अधिकतम दो अंशकालिक सदस्य।  
  3. प्रकार्य  
    • टैरिफ निर्धारण सहित दूरसंचार सेवाओं को विनियमित करता है।  
    • सेवा की गुणवत्ता और टैरिफ पारदर्शिता सुनिश्चित करता है।  
    • नीतियों और लाइसेंसिंग पर सरकार को सलाह देना।  
  4. बाध्यकारी प्रकृति: TRAI की अनुशंसाएँ सरकार पर बाध्यकारी नहीं हैं।  
  5. अपीलीय प्राधिकरण: दूरसंचार विवाद निपटान और अपीलीय न्यायाधिकरण (TDSAT) की स्थापना वर्ष 2000 में की गई थी, जिसका कार्य TRAI के अंतर्गत आने वाले विवादों और निर्णयों का समाधान करना है।