भारत ने गाज़ा में युद्ध विराम के लिये संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया
वैश्विक मामले
13-Dec-2024
चर्चा में क्यों?
भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के उस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया है जिसमें गाज़ा में तत्काल, बिना शर्त और स्थायी युद्धविराम की मांग की गई है। प्रस्ताव में मानवीय सहायता की भी मांग की गई है और दो-राज्य समाधान के दृष्टिकोण को दोहराया गया है।
प्रस्ताव के मुख्य
- युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई:
- तत्काल, बिना शर्त और स्थायी युद्धविराम जिसका सभी पक्षों द्वारा सम्मान किया जाएगा।
- सभी बंधकों की तत्काल एवं बिना शर्त रिहाई।
- मानवीय पहुँच:
- गाज़ा में निर्बाध मानवीय सहायता का आह्वान, विशेष रूप से घेरे गए उत्तरी गाज़ा में नागरिकों के लिये।
- फिलिस्तीनी आबादी को भूखा रखने के किसी भी प्रयास को अस्वीकार करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय कानून का अनुपालन:
- सभी पक्षों से अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून, विशेषकर नागरिक सुरक्षा के संबंध में, का पालन करने का आग्रह किया गया।
- मनमाने ढंग से हिरासत में लिए गए व्यक्तियों की रिहाई की मांग की गई।
- दो-राज्य समाधान:
- दो-राज्य समाधान के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई, जिसमें फिलिस्तीन और इज़रायल को सुरक्षित सीमाओं के भीतर साथ-साथ रहने की परिकल्पना की गई।
- गाज़ा में किसी भी जनसांख्यिकीय या क्षेत्रीय परिवर्तन को अस्वीकार किया गया तथा फिलिस्तीनी प्राधिकरण के अधीन पश्चिमी तट के साथ इसके एकीकरण का आह्वान किया गया।
दो राज्य संकल्प क्या है ?
छह दिवसीय युद्ध:
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