कैरीकॉम के साथ संबंध मज़बूत करने के लिये भारत का प्रस्ताव: सात प्रमुख स्तंभ
वैश्विक मामले
25-Nov-2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुयाना की यात्रा करने वाले पाँच दशक से अधिक समय में पहले भारतीय अभिकर्त्ता बने, जहाँ उन्होंने दूसरे भारत-कैरिबियन समुदाय (CARICOM) शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम में उन्होंने भारत-कैरिकॉम संबंधों को बढ़ाने के उद्देश्य से सात-स्तंभ ढाँचे की शुरुआत की। ये स्तंभ "CARICOM" का संक्षिप्त नाम बनाते हैं और संभावित सहयोग के क्षेत्रों को उजागर करते हैं:
कैरिकॉम (कैरेबियन समुदाय) शिखर सम्मेलन:
- यह एक महत्त्वपूर्ण राजनयिक सम्मेलन है जिसका उद्देश्य कैरेबियाई क्षेत्र के सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है।
- दूसरा भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन 20 नवंबर , 2024 को आयोजित हुआ, जो भारत-कैरिबियाई संबंधों को मज़बूत करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम था।
- इस शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ग्रेनाडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल ने की, जो कैरिकॉम के वर्तमान अध्यक्ष हैं।
- इस कार्यक्रम ने अभिकर्त्ताओं को आर्थिक विकास, जलवायु परिवर्तन, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य आदि जैसे आपसी हितों पर चर्चा करने के लिये एक मंच प्रदान किया।
- कैरिकॉम का गठन: इसकी स्थापना 1 अगस्त , 1973 को बारबाडोस, गुयाना, जमैका और त्रिनिदाद तथा टोबैगो द्वारा चगुआरामस संधि पर हस्ताक्षर के माध्यम से की गई थी।
कैरिकॉम सदस्य देश:
सहयोगी सदस्य राज्य:
सात स्तंभों की रूपरेखा:C: क्षमता निर्माण A: कृषि एवं खाद्य सुरक्षा R: नवीकरणीय ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन I: नवाचार, प्रौद्योगिकी और व्यापार C: क्रिकेट और संस्कृति O: महासागर अर्थव्यवस्था M: चिकित्सा और स्वास्थ्य देखभाल। सात स्तंभ |