IIT बॉम्बे ने जल प्रदूषक पहचान उपकरण एरोट्रैक विकसित किया

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी


 21-Nov-2024

चर्चा में क्यों?

IIT बॉम्बे के शोधकर्त्ताओं ने एरोट्रैक नामक एक किफायती व कॉम्पैक्ट डिवाइस प्रस्तुत किया है जो जल में फिनोल, बेंज़ीन और ज़ाइलेनॉल जैसे हानिकारक प्रदूषकों का पता लगाती है। 5,000 रुपए से कम कीमत वाली इस डिवाइस का उद्देश्य विशेष रूप से ग्रामीण तथा वंचित क्षेत्रों में जल गुणवत्ता निगरानी को बदलना है।

एरोट्रैक:

  • यह फिनोल, बेंज़ीन और ज़ाइलेनॉल जैसे जल प्रदूषकों का पता लगाने के लिये IIT बॉम्बे द्वारा विकसित एक किफायती, कॉम्पैक्ट उपकरण है, जिसकी कीमत ₹5,000 से कम है।
  • कार्य: यह हानिकारक प्रदूषकों का पता लगाने के लिये बैक्टीरिया से प्राप्त बायोसेंसर (MopR) का उपयोग करता है, जिससे रंग परिवर्तन होता है जिसे प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LED) प्रणाली द्वारा मापा जाता है।
  • प्रमुख विशेषताएँ:
    • कॉम्पैक्ट एवं पोर्टेबल, बैटरी चालित और कठोर वातावरण के लिये उपयुक्त।
    • 3D प्रिंटिंग और ओपन-सोर्स इलेक्ट्रॉनिक्स के माध्यम से कम लागत वाला उत्पादन।
  • प्रदर्शन
    • यह 10 भाग प्रति बिलियन (ppb) से भी कम सांद्रता वाले प्रदूषकों का पता लगाता है।
    • 50°C तक के जल के तापमान में कुशलतापूर्वक काम करता है, 30 मिनट में परिणाम प्रदान करता है।
  • महत्त्व: यह ग्रामीण क्षेत्रों में जल गुणवत्ता निगरानी के लिये एक व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत करता है तथा जल प्रदूषण से निपटने में वैश्विक उपयोग की संभावना भी रखता है।