भारत में फसल उत्सव
सामान्य ज्ञान
13-Jan-2025
मकर संक्रांति
- यह सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का प्रतीक है।
- यह ग्रीष्म ऋतु के आरंभ तथा हिंदुओं के लिये उत्तरायण नामक छह महीने के शुभ काल का संकेत है- जो सूर्य की उत्तर दिशा में गति है ('उत्तरायण' के आधिकारिक उत्सव के एक भाग के रूप में, गुजरात सरकार 1989 से अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव का आयोजन करती आ रही है)।
- विविध नामों से मनाया जाता है, जैसे
- लोहड़ी: उत्तर भारत
- सुकराट: मध्य भारत
- भोगाली बिहू: असम
- पोंगल: तमिलनाडु और दक्षिण भारत।
बिहु
- असम में वार्षिक फसल के दौरान मनाया जाता है।
- माघ बिहू या भोगाली बिहू असमिया नववर्ष के आरंभ का प्रतीक है।
- इसकी उत्पत्ति घाटी के निवासियों की कृषि प्रथाओं से हुई है।
पोंगल
- यह तमिल फसल उत्सव थाई महीने में मनाया जाता है।
- पोंगल शब्द का अर्थ है "अतिप्रवाह" या "उबलना", जो प्रचुरता का प्रतीक है।
- चावल के पाउडर से कोलम (पारंपरिक डिज़ाइन) बनाकर तथा भरपूर फसल के लिये आभार व्यक्त करके इसे मनाया जाता है।