गुरु गोबिंद सिंह जयंती

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 07-Jan-2025

चर्चा में क्यों?  

गुरु गोबिंद सिंह जयंती 2025, नानकशाही कैलेंडर के अनुसार, 6 जनवरी, 2025 को गुरु गोबिंद सिंह जी की 358वीं जयंती मनाई गई।  

गुरु गोबिंद सिंह के बारे में  

दसवें और अंतिम सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह का जन्म 22 दिसंबर, 1666 को पटना, बिहार में हुआ था। वे अपने पिता गुरु तेग बहादुर की मृत्यु के बाद नौ वर्ष की आयु में सिख गुरु बन गए। 1708 में उनकी हत्या कर दी गई थी।  

योगदान  

  • धार्मिक : गुरु गोबिंद सिंह ने बालों को ढकने के लिये पगड़ी की शुरुआत की और खालसा की स्थापना की, जो पाँच क पर आधारित है: केश (बिना कटे बाल), कंगा (कंघी), कड़ा (कंगन), कृपाण (खंजर), और कचेरा (जंजीर)। उन्होंने खालसा योद्धाओं के लिये दिशा-निर्देश भी स्थापित किये, जिसमें तंबाकू, शराब और हलाल मांस से परहेज करना और निर्दोषों की रक्षा करना शामिल है। उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों के लिये शाश्वत गुरु घोषित किया।  
  • सैन्य : गुरु गोबिंद सिंह ने 1705 में मुक्तसर में मुगलों से लड़ाई लड़ी और 1704 में आनंदपुर की लड़ाई में अपनी माँ और दो बेटों को खो दिया। उनके सबसे बड़े बेटे की भी लड़ाई में मृत्यु हो गई।  
  • साहित्यिक : उनकी रचनाओं में जप साहिब, बेनती चौपाई, अमृत सवैये और मुगल सम्राट औरंगजेब को लिखा गया पत्र ज़फरनामा शामिल हैं।  

क्या आप जानते हैं?  

नानकशाही कैलेंडर एक सौर कैलेंडर है जिसे 2003 में सिखों द्वारा सूर्य की गति के आधार पर शुरू किया गया था। यह सिखों के कार्यक्रमों की तिथियाँ निर्धारित करता है और वैश्विक समारोहों में एकरूपता सुनिश्चित करता है। नया साल चेत 1 ( मार्च-अप्रैल) को पड़ता है।