11-Feb-2025
गोदावरी नदी
भूगोल
गोदावरी नदी के बारे में
- यह सबसे बड़ी प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली है।
- इसे दक्षिण गंगा भी कहा जाता है।
- उद्गम: यह नदी महाराष्ट्र में नासिक के निकट त्र्यंबकेश्वर से निकलती है तथा बंगाल की खाड़ी में गिरने से पहले लगभग 1465 किमी. की लंबाई तक बहती है।
- अपवाह बेसिन: गोदावरी बेसिन महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा राज्यों के अलावा मध्य प्रदेश, कर्नाटक और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के छोटे हिस्सों तक फैला हुआ है।
- सहायक नदियाँ: प्रवरा, पूर्णा, मंजरा, पेनगंगा, वर्धा, वैनगंगा, प्राणहिता (वेनगंगा, पेनगंगा, वर्धा का संयुक्त प्रवाह), इंद्रावती, मानेर और शबरी।
- सांस्कृतिक महत्त्व: कुंभ मेला नासिक में गोदावरी नदी के तट पर आयोजित होता है।
- कुंभ के अन्य स्थान हैं:
- उज्जैन में क्षिप्रा नदी
- हरिद्वार में गंगा नदी
- प्रयागराज में गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदी का संगम।
- कुंभ के अन्य स्थान हैं:
- गोदावरी नदी विवाद: गोदावरी नदी जल बंटवारा आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और कर्नाटक के बीच विवाद का विषय है।
गोदावरी पर महत्त्वपूर्ण परियोजनाएँ:
- पोलावरम सिंचाई परियोजना: आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी पर पोलावरम गाँव के पास स्थित है।
- कालेश्वरम: यह एक बहुउद्देश्यीय सिंचाई परियोजना है।
- गोदावरी नदी पर स्थित सदरमट्ट एनिकट, अंतर्राष्ट्रीय सिंचाई एवं जल निकासी आयोग (ICID) के विरासत सिंचाई संरचनाओं के रजिस्टर में शामिल दो सिंचाई परियोजनाओं में से एक है।
- इंचमपल्ली: इंचमपल्ली परियोजना आंध्र प्रदेश में इंद्रावती और गोदावरी नदी के संगम से लगभग 12 किमी दूर गोदावरी नदी पर प्रस्तावित है।
- यह महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्यों की संयुक्त परियोजना है।
- श्रीराम सागर परियोजना (SRSP): श्रीराम सागर परियोजना एक बहुउद्देशीय परियोजना है, जो तेलंगाना में निज़ामाबाद ज़िले के पोचमपाद के पास गोदावरी नदी पर स्थित है।