वैश्विक नवाचार सूचकांक (जीआईआई) 2024

विविध


 01-Oct-2024

चर्चा में क्यों? 

भारत ने 2024 के वैश्विक नवाचार सूचकांक (GII) में 133 अर्थव्यवस्थाओं के बीच 39 वाँ स्थान प्राप्त करके एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जो मज़बूत नीतियों, अनुसंधान और विकास में निवेश एवं स्टार्टअप्स और उद्योगों के बीच सहयोग के माध्यम से एक दृढ़ नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने हेतु अपनी प्रतिबद्धता को उज़ागर करता है। 

शीर्ष 5 स्थान धारक 

  • विश्व की सर्वाधिक नवोन्मेषी अर्थव्यवस्थाएँ  
    • स्विट्ज़रलैंड 
    • स्वीडन 
    • संयुक्त राज्य अमेरिका 
    • सिंगापुर  
    • यूनाइटेड किंगडम 
  • पिछले कुछ वर्षों में भारत का विकास: लगभग एक दशक की अवधि में, भारत ने GII रैंकिंग में ज़बरदस्त प्रगति की है, जो वर्ष 2015 में 81वें स्थान से बढ़कर वर्ष 2024 में 39वें स्थान पर पहुँच गया है। 

संबंधित समाचार 

  • विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (S&T) क्लस्टर रैंकिंग में भारत विश्व स्तर पर चौथे स्थान पर है। 
  • मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और चेन्नई जैसे प्रमुख शहर विश्व के शीर्ष 100 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्लस्टरों में सूचीबद्ध हैं ।   

GII के बारे में 

  • लॉन्च: वर्ष 2007 
  • विमोचनकर्त्ता: INSEAD (एक प्रमुख बिज़नेस स्कूल) द्वारा, वर्ल्ड बिज़नेस (एक ब्रिटिश पत्रिका) के सहयोग से।
  • यह एक मानक संसाधन के रूप में कार्य करता है जो वैश्विक नवाचार प्रवृत्तियों को रेखांकित करता है, नीति निर्माताओं, व्यापारिक नेताओं और अन्य लोगों को जीवन को बेहतर बनाने और जलवायु परिवर्तन जैसी आम चुनौतियों से निपटने के लिये मानव रचनात्मकता का उपयोग करने में सहायता करता है।