07-Feb-2025
फोर्ट विलियम
इतिहास
चर्चा में क्यों?
भारत की स्वदेशी सैन्य विरासत का उत्सव मनाने के लिये, भारतीय सेना ने कोलकाता स्थित फोर्ट विलियम, जो पूर्वी कमान का मुख्यालय है, का नाम बदलकर 'विजय दुर्ग' कर दिया है।
फोर्ट विलियम
- स्थान: कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुगली नदी के पूर्वी तट पर स्थित है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
- इसका निर्माण भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रारंभिक शासन के दौरान हुआ था।
- मूल निर्माण (1696): प्रारंभ में एक छोटा किला।
- पुनर्निर्माण (1781): प्लासी के युद्ध (1757) में ब्रिटिश विजय के बाद, इसका पुनर्निर्माण और सुदृढ़ीकरण किया गया।
वास्तुशिल्पीय डिज़ाइन
- किला विशाल क्षेत्र (लगभग 5 वर्ग किमी.) में विस्तारित है तथा इसका चारों ओर हरियाली है।
- यह अनियमित अष्टकोणीय आकार का है, जिसे दुश्मनों से अधिकतम सुरक्षा के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- खाइयों और रक्षात्मक संरचनाओं से घिरा हुआ।
दो भागों में विभाजन
- पुराना फोर्ट विलियम (मूल संरचना) - प्रारंभिक लड़ाई के दौरान नष्ट हो गया।
- न्यू फोर्ट विलियम (आधुनिक संरचना) - प्लासी के युद्ध के बाद रॉबर्ट क्लाइव के अधीन पूरा हुआ।
इतिहास में महत्त्व
- बंगाल में अंग्रेज़ों के लिये मुख्य प्रशासनिक और सैन्य केंद्र के रूप में कार्य किया।
- भारत में ब्रिटिश शक्ति का प्रतीक बन गया।
- प्लासी के युद्ध और बाद के विद्रोहों जैसी प्रमुख घटनाओं के दौरान महत्त्वपूर्ण।
- भारतीय स्वतंत्रता में भूमिका: यह उन घटनाओं से संबंधित है जो ब्रिटिश नियंत्रण और औपनिवेशिक शासन के प्रति भारतीय प्रतिरोध को उजागर करती हैं।
- वर्तमान उपयोग: आज, यह भारतीय सेना की पूर्वी कमान के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है। अपने सैन्य महत्त्व के कारण यह किला जनता के लिये खुला नहीं है।
सांस्कृतिक महत्त्व
- यह विक्टोरिया मेमोरियल और सेंट पॉल कैथेड्रल जैसे कोलकाता के प्रतिष्ठित स्थलों के निकट स्थित है।
- यह औपनिवेशिक वास्तुकला और इतिहास का प्रतीक बना हुआ है।