मेघालय के गारो हिल्स में बाढ़
पर्यावरण और पारिस्थितिकी
07-Oct-2024
चर्चा में क्यों?
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने गारो हिल्स में बाढ़ की स्थिति का आकलन करने के लिये एक समीक्षा बैठक की, जिसने सभी पाँच ज़िलों, खासकर दक्षिण और पश्चिम गारो हिल्स को बुरी तरह प्रभावित किया है। शुक्रवार मध्य रात से लगातार हो रही वर्षा ने पश्चिम गारो हिल्स के दालू इलाके और दक्षिण गारो हिल्स के गसुआपारा में अत्यधिक नुकसान पहुँचाया है, जिससे पुल बह गए हैं। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में खोज और बचाव कार्यों के लिये राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) को तैनात किया गया है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (National Disaster Response Force- NDRF) के बारे में
- यह भारत में एक विशेष आपदा प्रतिक्रिया एजेंसी है।
- इसका गठन वर्ष 2006 में आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के अंतर्गत किया गया था।
- यह गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
- महानिदेशक: पीयूष आनंद
- संघटन
- इसमें 16 बटालियनें शामिल हैं, जो विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) से ली गई हैं - सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), सशस्त्र सीमा बल (SSB) और असम राइफल्स।
- प्रत्येक बटालियन में 18 विशेष खोज एवं बचाव दल होते हैं, जिनमें प्रत्येक दल में 47 सदस्य होते हैं तथा कुल कर्मियों की संख्या 1,149 होती है।
- सभी 16 बटालियनें विभिन्न भूभागों और स्थितियों में प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से निपटने के लिये अच्छी तरह से सुसज्जित और प्रशिक्षित हैं।
मेघालय राज्य के बारे में
- संस्कृत में इसका अर्थ है "मेघों का घर"।
- यह पूर्वोत्तर भारत के सात बहन राज्यों में से एक है।
- सीमाएँ: उत्तर में असम और दक्षिण में बांग्लादेश।
- राजधानी: शिलांग, जिसे "पूर्व का स्कॉटलैंड" कहा जाता है।
- राज्य का गठन
- वर्ष 1947 में भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद मेघालय असम का हिस्सा बन गया।
- भारतीय संविधान की छठी अनुसूची ने इस क्षेत्र को कुछ स्वायत्तता प्रदान की, जिसमें जनजातीय शासन के लिये स्वायत्त ज़िला परिषदों का प्रावधान किया गया।
- असम पुनर्गठन (मेघालय) अधिनियम, 1969 के तहत इसे असम के भीतर एक स्वायत्त राज्य का दर्जा दिया गया, जिसकी अपनी विधायिका और कुछ प्रशासनिक शक्तियाँ थीं।
- पूर्ण राज्य की मांग जारी रही और भारतीय संसद ने पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971 पारित किया।
- 21 जनवरी 1972 को इसे पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया और यह भारत का 21वाँ राज्य बन गया।
- इसका गठन असम राज्य से दो ज़िलों को अलग करके किया गया था: (क) संयुक्त खासी हिल्स और जयंतिया हिल्स और (ख) गारो हिल्स।
- आधिकारिक भाषा: अंग्रेज़ी
- विधानमंडल: एक सदनीय
- राज्यपाल: सी. एच. विजयशंकर
- मुख्यमंत्री: कॉनराड के. संगमा
- प्रमुख जनजातियाँ : खासी, गारो और जयंतिया
- प्रमुख नदियाँ: दिगारू नदी, कोपिली नदी, मिंटडू नदी, सोमेश्वरी नदी और उमंगोत नदी।
- इसके दो शहर, चेरापूंजी और मौसिनराम, अपनी असाधारण उच्च वार्षिक वर्षा के कारण पृथ्वी पर सर्वाधिक आर्द्र स्थानों में से एक होने का रिकॉर्ड रखते हैं।
- राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य
- बालपक्रम राष्ट्रीय उद्यान
- नोकरेक रिज राष्ट्रीय उद्यान
- बाघमारा पिचर प्लांट
- नरपुह वन्यजीव अभयारण्य
- नोंगखिल्लेम वन्यजीव अभयारण्य
- सिजू पक्षी वन्यजीव अभयारण्य