FAME II योजना
विविध
03-Jan-2025
चर्चा में क्यों?
FAME-II योजना के तहत 16.15 लाख से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन दिया गया, जिससे भारत में सतत् गतिशीलता को बढ़ावा मिलेगा।
FAME इंडिया स्कीम (योजना) क्या है?
पृष्ठभूमि
- हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों को तेज़ी से अपनाने और विनिर्माण (FAME) भारत योजना राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन योजना का हिस्सा है।
- इसका प्राथमिक लक्ष्य इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों की खरीद पर प्रोत्साहन प्रदान करके तथा आवश्यक बुनियादी ढाँचे का विकास करके इन्हें अपनाने को प्रोत्साहित करना है।
चरण I (2015-2019)
- FAME योजना के पहले चरण का बजट 895 करोड़ रुपए था।
- इसमें चार क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया: प्रौद्योगिकी विकास, मांग सृजन, पायलट परियोजनाएँ और चार्जिंग अवसंरचना।
- इस चरण के दौरान, लगभग 2.78 लाख इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किया गया और विभिन्न शहरों और राज्यों के लिये 465 इलेक्ट्रिक बसें स्वीकृत की गईं।
चरण II (2019-2024)
- दूसरे चरण का बजट 10,000 करोड़ रुपए है, जिसमें सार्वजनिक और साझा परिवहन के विद्युतीकरण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- यह मांग प्रोत्साहन के माध्यम से e-बसों, e-तीन पहिया वाहनों, e-चार पहिया यात्री कारों और e-दो पहिया वाहनों को समर्थन प्रदान करता है।
- इसके अतिरिक्त, यह EV अपनाने में सहायता के लिये देश भर में एक मज़बूत चार्जिंग बुनियादी ढाँचे के निर्माण पर ज़ोर देता है।
FAME इंडिया योजना का महत्त्व
- FAME इंडिया योजना भारत में सतत् गतिशीलता को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- यह पर्यावरण प्रदूषण को कम करता है, इलेक्ट्रिक वाहनों और उनके घटकों के स्थानीय विनिर्माण को समर्थन देता है तथा जीवाश्म ईंधन आधारित परिवहन से स्वच्छ विकल्पों की ओर संक्रमण में सहायता करता है।
- विद्युत गतिशीलता पर ध्यान केंद्रित करके, यह योजना भारत के व्यापक जलवायु लक्ष्यों और ऊर्जा सुरक्षा उद्देश्यों के अनुरूप भी है।