हाथी गलियारा

पर्यावरण और पारिस्थितिकी


 10-Dec-2024

चर्चा में क्यों? 

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने राज्य वन विभागों के सहयोग से 15 राज्यों (आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मेघालय, नागालैंड, ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल) में 150 हाथी गलियारों का सत्यापन और मानचित्रण किया है। इन महत्त्वपूर्ण पर्यावासों की सुरक्षा और संरक्षण के लिये आवश्यक उपायों को लागू करने हेतु राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन को सूचित किया गया है।

हाथी गलियारे क्या हैं ? 

  • इसका अर्थ यह है कि यह भूमि की एक पट्टी है जो दो या अधिक व्यवहार्य आवास क्षेत्रों के बीच हाथियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाती है। 
  • हालाँकि, हाथियों का वन क्षेत्रों से मानवीय क्षेत्र में बिना किसी व्यवहार्य आवास क्षेत्र से जुड़े आना हाथी गलियारा नहीं माना जा सकता है।