करकुमा
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
11-Sep-2024
चर्चा में क्यों?
शोधकर्त्ताओं ने हल्दी के एक नई प्रजाति की खोज की है, जो करकुमा (ज़िंजिबरेसी का हिस्सा) जीनस से संबंधित है। यह पौधा 65-90 सेमी. की ऊँचाई तक बढ़ता है और पूरी तरह से विकसित होने पर आकर्षक पीले फूल उत्पन्न करता है। नगालैंड के मोकोकचुंग ज़िले में स्थित उंगमा नामक गाँव के नाम पर इसका नाम करकुमा उंगमेंसिस रखा गया है।
करकुमा उंगमेंसिस
जिंजिबेरेसी के बारे में
- सामान्य नाम: अदरक कुल (Ginger family)
- पौधे का प्रकार: अधिकतर उष्णकटिबंधीय बारहमासी जड़ी-बूटियाँ, प्रायः सुगंधित प्रकंदों (भूमिगत तने) के साथ।
- मुख्य विशेषताएँ:
- इस परिवार के विभिन्न पौधों में सुगंधित प्रकंद, पत्तियाँ या फूल होते हैं।
- पत्तियाँ बड़ी, एकांतर और दो पंक्तियों में व्यवस्थित (डिस्टिचस) होती हैं। इनका आधार आवरणयुक्त होता है।
- फूल आमतौर पर उभयलिंगी, जाइगोमॉर्फिक (द्विपक्षीय रूप से सममित) और चमकीले रंग के होते हैं।
- प्रमुख वंश: इसमें जिंजीबर (अदरक), करकुमा (हल्दी), एलेट्टारिया (इलायची) और अल्पिनिया शामिल हैं ।
- उपयोग:
- मसाले और स्वाद बढ़ाने वाले एजेंट के रूप में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
- विभिन्न पौधे अपने औषधीय गुणों के लिये जाने जाते हैं, जैसे- हल्दी (इसके सूजनरोधी गुणों के लिये) और अदरक (मतली एवं पाचन के इलाज़ के लिये उपयोग किया जाता है)।
- प्राकृतिक वास: मुख्यतः उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है, विशेषकर दक्षिण पूर्व एशिया में।
नगालैंड
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