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 12-Mar-2025

काउंटर-मानव रहित हवाई प्रणाली

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

चर्चा में क्यों? 

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) ने आधुनिक युद्ध में मानव रहित हवाई प्रणालियों (UAS) के बढ़ते खतरे से निपटने के लिये एक व्यापक काउंटर-मानव रहित हवाई प्रणाली (C-UAS) की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। 

  • सैन्य और आतंकवादी गतिविधियों में ड्रोन के बढ़ते उपयोग के कारण उन्नत पहचान, ट्रैकिंग और निष्प्रभावन प्रणालियों की आवश्यकता है। 

काउंटर-अनमैन्ड एरियल सिस्टम (C-UAS) क्या है? 

  • C-UAS एक विशेष प्रणाली है जिसे ड्रोन और अन्य UAS का पता लगाने, ट्रैक करने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिये डिज़ाइन किया गया है, ताकि सुरक्षा और रक्षा तत्परता सुनिश्चित हो सके। 

C-UAS क्षमताओं को मजबूत करने के लिये भारत के प्रयास 

  • ड्रोन का पता लगाना, रोकना और नष्ट करना (D4S) प्रणाली: 
    • रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित। 
    • 3 किमी. की सीमा के भीतर माइक्रो ड्रोन का पता लगाता है और उन्हें जाम कर देता है। 
    • 1 - 2.5 किमी. दूर तक के लक्ष्यों को बेअसर करने के लिये लेज़र का उपयोग करता है। 
  • ड्रोन गार्ड सिस्टम: 
    • भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) द्वारा विकसित। 
    • संवेदनशील क्षेत्रों में अनधिकृत ड्रोनों का पता लगाने, उन्हें ट्रैक करने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिये डिज़ाइन किया गया है। 
  • पायलट रहित टारगेट (लक्ष्य) विमान - लक्ष्य: 
    • एक उच्च-सबसोनिक पुन: प्रयोज्य हवाई लक्ष्य प्रणाली। 
    • यह गैस टरबाइन इंजन द्वारा संचालित है तथा इसे भूमि या जहाज़ से प्रक्षेपित किया जा सकता है। 
  • C-UAS प्रणालियों को सशक्त करने का महत्त्व 
    • महत्त्वपूर्ण रक्षा प्रतिष्ठानों पर ड्रोन आधारित हमलों को रोककर राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ाता है। 
    • यह दुष्ट ड्रोनों का पता लगाकर और उन्हें निष्क्रिय करके आतंकवाद-रोधी अभियानों में सहायता करता है। 
    • आधुनिक युद्ध और विषम खतरों में भारत की तैयारी को सुदृढ़ करता है।