13-Feb-2025
भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (CPI) 2024
विविध
चर्चा में क्यों?
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (CPI) 2024 के अनुसार, भारत 180 देशों में 96वें स्थान पर है, जिसमें उसे 38 पॉइंट्स प्राप्त हुए हैं।
- CPI देशों के सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार के कथित स्तर को 0 (अत्यधिक भ्रष्ट) से 100 (बहुत साफ) के पैमाने पर मापता है।
वैश्विक और क्षेत्रीय रैंकिंग
- सबसे कम भ्रष्ट देश के रूप में डेनमार्क पहले स्थान पर है, उसके बाद फिनलैंड (दूसरे) और सिंगापुर (तीसरे) का स्थान है।
- सर्वाधिक भ्रष्ट देशों में दक्षिण सूडान, सोमालिया, वेनेजुएला और सीरिया शामिल हैं।
भ्रष्टाचार और जलवायु कार्रवाई
- भ्रष्टाचार जलवायु पहलों के लिये एक गंभीर संकट है, जो उत्सर्जन में कमी और अनुकूलन प्रयासों में बाधा उत्पन्न करता है।
- जलवायु निधि के अनुचित उपयोग से वैश्विक तापमान में वृद्धि के प्रभाव और अधिक गंभीर हो जाते हैं।
- रिश्वतखोरी और अनुचित प्रभाव पर्यावरण संरक्षण संबंधी नीतियों में बाधा डालते हैं।
समय के साथ भ्रष्टाचार की प्रवृत्तियाँ
- वर्ष 2012 से अब तक 32 देशों में भ्रष्टाचार के स्तर में कमी आई है।
- हालाँकि, 148 देशों में भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई की स्थिति या तो अपरिवर्तित रह गई है या फिर और बिगड़ गई है।
- वैश्विक औसत CPI स्कोर 43 पर बना हुआ है, जो सीमित प्रगति दर्शाता है।
- दो तिहाई से अधिक देशों का स्कोर 50 से कम है, जो व्यापक भ्रष्टाचार की समस्या को दर्शाता है।