चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवार्ड

विविध


 11-Dec-2024

चर्चा में क्यों? 

प्रसिद्ध भारतीय पारिस्थितिकीविद् माधव गाडगिल को प्रतिष्ठित चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान है, जो स्थिरता और जलवायु कार्रवाई की दिशा में प्रयासों पर ज़ोर देता है। 

माधव गाडगिल: 

  • श्री गाडगिल ने पश्चिमी घाट पारिस्थितिकी विशेषज्ञ पैनल की अध्यक्षता की। 
  • पैनल ने वर्ष 2011 में अनुशंसा की थी कि इस क्षेत्र को पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र (ESA) के रूप में क्षेत्र-विशिष्ट नियमों के तहत घोषित किया जाए।
  • इस वर्ष पुरस्कार पाने वालों में वे एकमात्र भारतीय हैं, जिन्होंने जैव विविधता संरक्षण पर अपने वैश्विक प्रभाव को प्रदर्शित किया है। 

पारिस्थितिकी संवेदनशील क्षेत्र क्या है?                                                               

  • इको-सेंसिटिव ज़ोन (ESZ) वे क्षेत्र हैं जो वन्यजीव अभयारण्यों या राष्ट्रीय उद्यानों के निकट स्थित होते हैं और जिन्हें जैव विविधता के संरक्षण के उद्देश्य से विकास पर प्रतिबंध लगाने के लिये चिह्नित किया गया है।
  • ये क्षेत्र संवेदनशील पारिस्थितिक तंत्रों पर मानवीय गतिविधियों के प्रभाव को न्यूनतम करने के लिये बफर ज़ोन के रूप में कार्य करते हैं। 
  • खनन, विशाल निर्माण कार्य और औद्योगिक परियोजनाओं जैसी गतिविधियाँ ESZ के अंतर्गत या तो निषिद्ध हैं या इनका सख्त नियंत्रण किया जाता है।
  • पश्चिमी घाट की रिपोर्ट ने इस क्षेत्र को पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र (ESZ) के रूप में वर्गीकृत किया है, ताकि इसकी विशेष जैव विविधता की रक्षा करते हुए सतत् विकास को बढ़ावा दिया जा सके।