ब्रह्मोस मिसाइल
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
08-Oct-2024
- यह एक लंबी दूरी की परमाणु-सक्षम सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल प्रणाली है।
- यह मिसाइल भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और रूस के NPO मशीनोस्ट्रोयेनिया के बीच सहयोग का परिणाम है।
- उत्पत्ति: इसका नाम भारत में ब्रह्मपुत्र नदी और रूस में मोस्कवा नदी के नाम पर रखा गया है।
- इसमें पवन, समुद्र और ज़मीन सहित कई प्लेटफार्मों से तैनात करने की क्षमता है।
- इसका विकास 1990 के दशक के प्रारंभ में शुरू हुआ और मिसाइल का पहला परीक्षण वर्ष 2001 में किया गया।
- यह विश्व की सबसे तेज़ क्रूज़़ मिसाइलों में से एक है, जिसकी गति मैक 3 (ध्वनि की गति से तीन गुना) से भी अधिक है।
- यह 300 किलोग्राम तक की भार क्षमता के साथ विभिन्न प्रकार के आयुध ले जा सकता है, जिसमें पारंपरिक उच्च विस्फोटक और परमाणु पेलोड भी शामिल हैं।
- ब्रह्मोस मिसाइल शृंखला
- ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल
- BrahMos-NG (अगली पीढ़ी)
- ब्रह्मोस-II, एक हाइपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल (HCM)
- सेवा में
- जहाज़ आधारित हथियार परिसर (झुका हुआ और ऊर्ध्वाधर विन्यास)
- भूमि आधारित हथियार परिसर (मोबाइल स्वायत्त लांचर से वर्टिकल लॉन्च कॉन्फ़िगरेशन)
- वायु प्रक्षेपित संस्करण (Su-30MKI लड़ाकू विमान पर एकीकृत)