19-Feb-2025
छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती
इतिहास
चर्चा में क्यों?
आज, 19 फरवरी 2025 को मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज की 395वीं जयंती है।
जन्म और प्रारंभिक जीवन
- 19 फरवरी 1630 को शिवनेरी फोर्ट, पुणे, महाराष्ट्र में जन्म हुआ।
- बीजापुर सल्तनत के मराठा सेनापति शाहजी भोंसले और धार्मिक महिला जीजाबाई के पुत्र, जिनसे वे अत्यधिक प्रभावित थे।
- 15 वर्ष की आयु में उन्होंने बीजापुर से तोरणा किला (1645) पर कब्ज़ा कर लिया, जो उनकी पहली सैन्य सफलता थी।
- बाद में, उन्होंने कोंडाना किले पर नियंत्रण कर लिया और अपनी शक्ति का विस्तार किया।
प्रमुख युद्ध
- प्रतापगढ़ का युद्ध (1659)- सतारा के पास बीजापुर के अफज़ल खान को हराया।
- पवनखिंड की लड़ाई (1660)- बाजी प्रभु देशपांडे ने सिद्दी मसूद के विरुद्ध विशालगढ़ किले की रक्षा की।
- सूरत की लूट (1664)- इनायत खान के नेतृत्व में समृद्ध मुगल व्यापारिक बंदरगाह पर छापा मारा गया ।
- पुरंदर की लड़ाई (1665) - मुगलों के खिलाफ लड़ी गई, जिसके परिणामस्वरूप पुरंदर की संधि हुई।
- सिंहगढ़ की लड़ाई (1670)- तानाजी मालुसरे ने उदयभान राठौड़ (मुगल किलेदार) के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
- कल्याण की लड़ाई (1682-83)- मुगल साम्राज्य के बहादुर खान से हार गए।
- संगमनेर का युद्ध (1679)- शिवाजी द्वारा मुगलों के विरुद्ध लड़ा गया अंतिम युद्ध।
मुगलों के साथ संघर्ष
- अहमदनगर और जुन्नार में मुगल क्षेत्रों पर हमला (1657)।
- पुणे (1659) में शाइस्ता खान (औरंगज़ेब के चाचा) को हराया।
- राजा जय सिंह प्रथम के साथ पुरंदर की संधि (1665) पर हस्ताक्षर किये, जिसमें किले सौंपने और आगरा में औरंगज़ेब से मिलने पर सहमति व्यक्त की गई।
गिरफ्तारी और पलायन
- 1666 में शिवाजी को औरंगज़ेब ने आगरा में गिरफ्तार कर लिया।
- वह अपने पुत्र संभाजी के साथ भेष बदलकर भाग निकले, जो अब एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक घटना है।
राज्याभिषेक एवं विस्तार
- 6 जून, 1674 को रायगढ़ किले में छत्रपति के रूप में उनका राज्याभिषेक हुआ।
- शककर्ता, क्षत्रिय कुलवन्तस, हैण्डव धर्मोद्धारक जैसी उपाधियाँ धारण कीं।
- दक्कन और पश्चिमी भारत में मराठा प्रभाव का विस्तार हुआ।
मृत्यु
- 3 अप्रैल, 1680 को निधन हो गया।
- उनकी विरासत संभाजी महाराज और बाद में पेशवाओं के माध्यम द्वारा आगे बढ़ी।