भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS)

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी


 12-Dec-2024

चर्चा में क्यों?  

हाल ही में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने घोषणा की कि भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन, जिसे 'भारत अंतरिक्ष स्टेशन' कहा जाएगा, वर्ष 2035 तक स्थापित होगा। इसके साथ ही, वर्ष 2040 तक एक भारतीय चंद्रमा पर उतरने की योजना भी है।

BAS :

  • यह भारत का प्रस्तावित अंतरिक्ष स्टेशन है, जो भारतीय अंतरिक्ष विज़न 2047 का हिस्सा है। 
  • समयरेखा: 
    • पहला मॉड्यूल वर्ष 2028 तक लॉन्च करने की योजना है। 
    • वर्ष 2035 तक स्टेशन को पूर्णतः कार्यशील करने का लक्ष्य रखा गया है। 
  • उद्देश्य: 
    • भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों के लिये अंतरिक्ष आवास के रूप में कार्य करना। 
    • अंतरिक्ष में वैज्ञानिक प्रयोगों और प्रौद्योगिकी विकास का समर्थन करना। 
  • लूनर कनेक्शन: वर्ष 2040 तक भारत के चंद्रमा पर मानवयुक्त मिशन का अग्रदूत। 
  • महत्त्व: 
    • यह स्थायी अंतरिक्ष अन्वेषण अवसंरचना में भारत के प्रवेश का प्रतीक है। 
    • भारत की आत्मनिर्भरता उन्नत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों और दीर्घकालिक मानव अंतरिक्ष उड़ान अभियानों में बढ़ेगी।
  • विकास संबंधी चुनौती: 
    • अंतरिक्ष आवास और मॉड्यूल का निर्माण ISRO के लिये एक नवीनतम क्षेत्र है।
    • अंतरिक्ष परिवहन प्रणालियों और आवास प्रौद्योगिकियों में प्रगति की आवश्यकता है।