आचार्य जीवंतराम भगवानदास कृपलानी
इतिहास
12-Nov-2024
आचार्य कृपलानी : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाज सुधारक, काॅन्ग्रेस अध्यक्ष और सांसद।
- आचार्य जीवनराम भगवानदास कृपलानी की जयंती प्रतिवर्ष 11 नवंबर को मनाई जाती है।
- जन्म : हैदराबाद (सिंध, अब पाकिस्तान में) 1888 में।
- वह एक प्रमुख सांसद और सामाजिक न्याय के अग्रेता थे।
- उन्होंने विकेंद्रीकृत औद्योगीकरण, ग्रामीण क्षेत्रों के विकास तथा लघु एवं कुटीर उद्योगों में रोजगार का पुरजोर समर्थन किया।
- स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका:
- महात्मा गांधी के दर्शन से प्रेरित।
- उन्होंने चंपारण सत्याग्रह (1917), खेड़ा सत्याग्रह (1918), अहमदाबाद मिल हड़ताल (1918) और नमक सत्याग्रह (1930) जैसे विभिन्न आंदोलनों में भाग लिया।
- 1920 के दशक में काॅन्ग्रेस पार्टी में शामिल हुए, 1946 में भारतीय राष्ट्रीय काॅन्ग्रेस के अध्यक्ष बने।
- प्रमुख योगदान: कृपलानी ने संविधान सभा के सदस्य और मौलिक अधिकार उप-समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
- स्वतंत्रता के बाद की राजनीति :
- उन्होंने कृषक मजदूर प्रजा पार्टी (1951) का गठन किया, जिसका प्रजा सोशलिस्ट पार्टी में विलय हो गया और बाद में वे स्वतंत्र रूप से संसद सदस्य बने।
- उन्होंने अपनी आत्मकथा माई टाइम्स लिखी तथा साप्ताहिक पत्रिका विजिल का संचालन किया।
- मृत्यु: 19 मार्च 1982