एक नया फोटोकैटेलिस्ट ब्रॉड-स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक्स को कुशलतापूर्वक विघटित कर सकता है

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी


 17-Oct-2024

चर्चा में क्यों? 

गुवाहाटी स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (IASST) के शोधकर्त्ताओं ने कॉपर जिंक टिन सल्फाइड (CZTS) नैनोकणों का उपयोग करके एक फोटोकैटलिस्ट विकसित किया है, जो व्यापक स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक सल्फामेथोक्साज़ोल को कुशलतापूर्वक विघटित करने में सक्षम है। यह नवाचार एंटीबायोटिक संदूषण से संबंधित महत्वपूर्ण पर्यावरणीय मुद्दों को संबोधित करता है, जिसमें प्रतिरोध और पारिस्थितिक क्षति शामिल है। 

फोटोकैटेलिस्ट क्या है? 

  • यह एक ऐसा पदार्थ है जो प्रकाश विकिरण, विशेष रूप से सूर्य के प्रकाश के तहत रासायनिक अभिक्रिया को तीव्र करता है। 
  • यह प्रकाश के संपर्क में आने पर प्रतिक्रियाशील प्रजातियों को उत्पन्न करके कार्बनिक यौगिकों जैसे प्रदूषकों के विघटन में सक्षम बनाता है। 
  • हानिकारक पदार्थों को कम विषैले रूपों में विघटित करने की उनकी क्षमता के कारण इनका उपयोग प्रायः वायु और जल शुद्धिकरण जैसे पर्यावरणीय अनुप्रयोगों में किया जाता है। 
  • फोटोकैटेलिस्ट के रूप में प्रयुक्त होने वाली सामान्य सामग्रियों में टाइटेनियम डाइऑक्साइड (TiO₂) और, जैसा कि हाल के शोध में पाया गया है, कॉपर जिंक टिन सल्फाइड (CZTS) शामिल